Sawan Start Today: आज से शुरू हुआ सावन, जानिए महादेव की पूजा विधि और खास मंत्र
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Sawan Start Today: आज से शुरू हुआ सावन, जानिए महादेव की पूजा विधि और खास मंत्र

Sawan Start Today: सावन के पूरे 30 दिन भगवान शिव को समर्पित होते हैं. इस दौरान भगवान शिव की पूजा करने वाले भक्तों की सारी मनोकामनाएं भगवान शिव पूरी करते हैं. महिलाएं इस दौरान अपने पति के लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं.

Sawan Start Today: आज से शुरू हुआ सावन, जानिए महादेव की पूजा विधि और खास मंत्र

पटनाः Sawan Start Today: भगवान शिव के पवित्र माह सावन की शुरुआत आज गुरुवार यानी 14 जुलाई से हो रही है. इस बार सावन 12 अगस्त तक है और इस दौरान चार सावन सोमवार का लाभ श्रद्धालुओं को मिलेगा. सनातनी परंपरा और पंचांग के अनुसार सावन का महीना साल का पांचवां माह होता है. इस माह में सृष्टि के पालनकर्ता भगवान विष्णु चार महीनों के लिए क्षीर सागर में माता लक्ष्मी के साथ  योगनिद्रा में चले जाते हैं, ऐसे में सृष्टि की जिम्मेदारी भगवान शिव के कंधों पर आ जाती है. सावन के महीने के दौरान आने वाले सोमवार व्रत का विशेष महत्व होता है. ज्योतिष के अनुसार, श्रावण मास के प्रारंभ में सूर्य सिंह राशि में प्रवेश करता है. सूर्य का यह गोचर सभी 12 राशियों को प्रभावित करता है.

भगवान शिव को समर्पित हैं 30 दिन

सावन के पूरे 30 दिन भगवान शिव को समर्पित होते हैं. इस दौरान भगवान शिव की पूजा करने वाले भक्तों की सारी मनोकामनाएं भगवान शिव पूरी करते हैं. महिलाएं इस दौरान अपने पति के लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं. वहीं कांवड़िए श्रद्धालु कांवड़ लेकर चलते हैं और गंगा जल लाकर महादेव का अभिषेक करते हैं. सावन में पड़ने वाले सोमवार में रुद्राभिषेक करने से विशेष फल प्राप्त होता

पौराणिक कथाओं के अनुसार सावन के महीने में माता पार्वती ने निराहार रहकर भगवान शिव को पति रूप में पाने का कठोर व्रत किया था. यह भी एक वजह है कि भगवान शिव को सावन का महीना बेहद प्रिय है.

ऐसे करें महादेव की पूजा

सावन शुरू हो चुका है, ऐसे में सुबह जल्दी उठ जाएं और स्नान आदि के बाद साफ वस्त्र धारण करें. अपने घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें. सभी देवी- देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें. शिवलिंग में गंगा जल और दूध चढ़ाएं. भगवान शिव को पुष्प अर्पित करें. भगवान शिव को बेल पत्र अर्पित करें. भगवान शिव की आरती करें और भोग भी लगाएं. इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है. भगवान शिव का अधिक से अधिक ध्यान करें. उनका पंचाक्षरी मंत्र ओम नम: शिवाय विशेष प्रभाव डालने वाला है.

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