बिहार में कोरोना को लेकर शुरू हुई 'बेशर्म' पॉलिटिक्स! जमकर हुए वार-पलटवार
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बिहार में कोरोना को लेकर शुरू हुई 'बेशर्म' पॉलिटिक्स! जमकर हुए वार-पलटवार

ऑक्सीजन की कमी से किसी की भी मौत न होने का दावा मंत्री ने किया और देखते ही देखते विपक्ष का 'रौद्र' रूप सामने आ गया.

प्रदेश में कोरोना को लेकर शुरू हुई 'बेशर्म' पॉलिटिक्स! (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Patna: कोरोना को लेकर जब पूरे देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में त्राहि-त्राहि मची हुई है, तब बिहार में इस मुद्दे पर भी सियासी तकरार थमने का नाम नहीं ले रही है. बिहार के नेता और यहां के सियासी दल गंभीर से गंभीर मुद्दे पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आते. मुद्दा कोई भी हो, उसमें प्रदेश के नेता कोई न कोई सियासी एंगल या सियासी तकरार की वजह निकाल ही लेते हैं. अब अस्पताल की स्वास्थ्य सुविधाओं को ही देख लीजिए, इस पर भी प्रदेश में एक-दूसरे को 'बेशर्म' बताकर नीचा दिखाने की कोशिश इन नेताओं ने शुरू कर दी.

स्वास्थ्य मंत्री के 'दावे' से भड़की चिंगारी 
दरअसल, इस बार की पूरी तकरार स्वास्थ्य मंत्री के एक दावे के बाद शुरू हुई. बिहार के अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं का क्या हाल रहा है, ये बात जगजाहिर है. इसको लेकर बहुत ज्यादा बहस की जरूरत नहीं है. ये एक सर्वविदित सच है कि स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में बिहार, देश के सबसे पिछड़े प्रदेशों में शुमार है.

कोरोना संक्रमण के इस दौर में अस्पतालों की बदहाली खुलकर सामने आई. अस्पताल में बेड की कमी, ऑक्सीजन की कमी, वेंटिलेटर का न होना, एम्बुलेंस का न होना. ऐसी तमाम समस्याओं से लोग रूबरू हुए. ऑक्सीजन की कमी तो इतनी हुई कि कई अस्पतालों ने नए मरीजों को भर्ती करने से इनकार कर दिया. कई मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी.

लेकिन अब, जब हालात पहले से थोड़े बेहतर हुए हैं, जब ऑक्सीजन की सप्लाई सुचारू हुई है, जब मरीजों की संख्या में कमी आई है. तब प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री पुरानी कमियों को स्वीकार करने की बजाए कमियां होने की बात को ही नकार रहे हैं. उनका दावा तो यहां तक है कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी की वजह से एक शख्स की भी मौत नहीं हुई है.

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मंत्री के दावे पर विपक्ष आग-बबूला 
ऑक्सीजन की कमी से किसी की भी मौत न होने का दावा मंत्री ने किया और देखते ही देखते विपक्ष का 'रौद्र' रूप सामने आ गया. विपक्ष ने एक के बाद एक बयान जारी कर न सिर्फ मंत्री को, बल्कि पूरी सरकार को घेर लिया. विपक्षी दल आरजेडी ने सरकार को 'बेशर्म' कहकर संबोधित किया.

RJD ने कहा कि 'ये सरकार इतनी निकम्मी हो गई है कि पहले काम नहीं करती, फिर जब कमियां उजागर होती हैं तो उसे स्वीकार नहीं करती और जब आमलोग अपनाी जान गंवाते हैं तो ये सरकार उसे भी नकार देती है. ये सरकार आमलोगों की मौत पर भी झूठ का पर्दा डाल रही है.' मुख्य विपक्षी दल ने तो यहां तक कह दिया कि 'ये पूरी सरकार बेशर्म, निर्लज्ज और झूठी है.'

विपक्ष के वार पर NDA का पलटवार 
वहीं, जब विपक्ष ने सरकार को बेशर्म क्या कहा, तो सत्ता पक्ष पूरी तरह बौखला गया. खास तौर पर स्वास्थ्य मंत्री जिस पार्टी से ताल्लुक रखते हैं, उस पार्टी ने मोर्चा खोल दिया. बीजेपी ने विपक्ष पर 'जहरीले' बोल से हमला बोला. विपक्ष को ही 'बेशर्म' बताने के साथ-साथ नेता प्रतिपक्ष को भी इशारों में 'बेशर्म' कह डाला.

बीजेपी ने कहा कि 'ये दूसरों को क्या बोलेंगे, इनकी तो पूरी सियासत ही बेशर्म है. इनका आचरण बेशर्म है, इनका स्वभाव बेशर्म है, ये तो खुद एक बेशर्म सियासी संतान हैं.'

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'संक्रमित' हुई बिहार की सियासत 
इस कोरोना काल में एक बात तो साबित हो गई कि 'वायरस' ने सिर्फ लोगों को बीमार नहीं किया है. इस 'वायरस' ने तो पूरे सिस्टम को, पूरी राजनीति को 'दूषित' कर दिया है. राजनीति का स्तर इतना गिर गया है कि यहां से इसे उठाना बहुत मुश्किल होगा.

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