Bihar News: शिक्षा विभाग के मुताबिक अब राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालय में वर्तमान में संचालित इंटर स्तरीय पढ़ाई को समाप्त कर अकादमिक सत्र 1/04/2024 से पात्र सभी उच्च माध्यमिक विद्यालय में इंटर की पढ़ाई शुरू करने की स्वीकृति मिली है, अभी डिग्री कॉलेजों में 11वीं कक्षा की पढ़ाई कर रहे छात्र- छात्रा 12वीं कक्षा की पढ़ाई उन डिग्री कॉलेजों में नहीं कर पाएंगे.
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Bihar News: बिहार के डिग्री कॉलेजों में 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राएं अब डिग्री कॉलेजों में नहीं पढ़ पाएंगे. स्टूडेंट्स को अब 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई उच्च माध्यमिक विद्यालयों में करनी होगी. नए शैक्षणिक सत्र से ही बिहार के डिग्री कॉलेजों में इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी तरह से अलग हो जाएगी और स्कूल की शिक्षा का हिस्सा बन जाएगी.
शिक्षा विभाग का आदेश
शिक्षा विभाग के मुताबिक अब राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालय में वर्तमान में संचालित इंटर स्तरीय पढ़ाई को समाप्त कर अकादमिक सत्र 1/04/2024 से पात्र सभी उच्च माध्यमिक विद्यालय में इंटर की पढ़ाई शुरू करने की स्वीकृति मिली है, अभी डिग्री कॉलेजों में 11वीं कक्षा की पढ़ाई कर रहे छात्र- छात्रा 12वीं कक्षा की पढ़ाई उन डिग्री कॉलेजों में नहीं कर पाएंगे, उन्हें 12वीं कक्षा की पढ़ाई उच्च माध्यमिक विद्यालयों में करनी होगी, शिक्षा विभाग के मुताबिक राज्य के 1,997 डिग्री कॉलेजों में इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद होगी.
बता दें कि बिहार इंटरमीडिएट शिक्षा परिषद को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति में विलय किया गया. वर्ष 2005 में जब मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार ने बिहार की सत्ता संभाली और डॉ. मदन मोहन झा शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव बने, तो बिहार इंटरमीडिएट शिक्षा परिषद को विघटित कर उसका विलय बिहार विद्यालय परीक्षा समिति में किया गया. इससे इंटरमीडिएट की शिक्षा व्यवस्था बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के हाथों में दे दी गयी. यह भी तय हुआ कि इंटरमीडिएट की पढ़ाई को डिग्री कॉलेजों से अलग किया जाए.
पटना विश्वविद्यालय के कॉलेजों में इंटरमीडिएट की पढ़ाई हुई थी बंद, इस निर्णय के तहत वर्ष 2006 में पटना विश्वविद्यालय के कॉलेजों में इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद की गयी. इसके बाद अन्य विश्वविद्यालय के अंतर्गत महाविद्यालय से प्लस टू स्टार की शिक्षा को अलग किया जाना था, लेकिन उसे समय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आधारभूत संरचना की कमी और पर्याप्त संख्या में शिक्षकों के अभाव में पटना विश्वविद्यालय के अतिरिक्त अन्य विश्वविद्यालय में प्लस 2 शिक्षा की समाप्ति नहीं हो सकी थी.
इस आदेश के बाद से अलग अलग इलाकों में विद्यार्थियों की तरफ से प्रदर्शन किया जा रहा है. विद्यार्थी इस बात को कह रहे हैं कि उन्होंने 11th का परीक्षा दे दिया है और 12th में नामांकन भी डिग्री कॉलेज में ही करवा लिया है. कई विद्यार्थी दूर दराज से पटना रह कर पढ़ने आए है. डिग्री कॉलेज में फीस जमा करवा चुके है, कोचिंग का पूरा फीस जमा करवाया है. पटना में उच्च माध्यमिक विद्यालयों की संख्या काफी कम है. इसके बाद अब इस तरीके का आदेश निकाला जा रहा है.
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विद्यार्थियों को शिक्षा विभाग की तरफ से फोन पर मैसेज कर दी जानकारी गई है. जिसमें कहा गया है कि प्रिय विद्यार्थी शिक्षा विभाग, बिहार सरकार के संकल्प ज्ञापांक 11 /विo -11-09 / 2024-587 दिनांक 21-02-2024 के कंडिका 4 द्वारा दिनांक 01-04-2024 से राज्य के अंगीभूत एवं डिग्री सम्बद्धता प्राप्त महाविद्यालयों में +2 स्तर की पढाई की व्यवस्था समाप्त कर राज्य के विभिन्न उच्च माध्यमिक विद्यालयों में इंटरस्तरीय पढाई शुरू करने की स्वीकृति प्रदान की गयी है.
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सूचित करना है कि इंटरमीडिएट सत्र 2023-25 में आपके नामांकन को वर्त्तमान डिग्री महाविद्यालय से स्थानांतरित करने हेतु आपसे OFSS पोर्टल के स्टूडेंट लॉगिन पर http://online.ofssbihar.in/studentlogin/studentlogin.aspx पुनः +2 विद्यालयों का विकल्प भरने का अनुरोध किया जाता है. आप दिनांक 21-03-2024 से 31-03-2024 के बीच पुनः OFSS पोर्टल के स्टूडेंट लॉगिन में निश्चित रूप से अपना विकल्प दे दें, ताकि कक्षा बारहवीं में आपको दूसरे +2 विद्यालयों में पढ़ने के लिए टांसफर किया जा सके. वहीं, इस पूरे मामले पर न तो शिक्षा विभाग और ना ही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की तरफ से कोई बयान दिया गया है.
रिपोर्ट: निषेद