टाइगर जिंदा है... किंगमेकर नीतीश कुमार के लिए पटना में चारों तरफ लगे पोस्टर
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टाइगर जिंदा है... किंगमेकर नीतीश कुमार के लिए पटना में चारों तरफ लगे पोस्टर

लोकसभा चुनावों के दौरान सभी राजनीतिक विश्लेषक यह मानकर चल रहे थे एनडीए को जो भी नुकसान होगा, वो नीतीश कुमार के चलते होगा, लेकिन चुनाव के बाद नीतीश कुमार किंगमेकर की भूमिका में सामने आए हैं. 

पटना में 'टाइगर जिंदा है' पोस्टर सभी का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है.

बिहार की पॉलिटिक्स में पोस्टरों और बैनरों का अहम रोल होता है. कई बार पोस्टरों और बैनरों के चक्कर में सरकार इधर की उधर हो गई है. अब एक नया पोस्टर पटना और बिहार के कई इलाकों में चर्चा का विषय बन गया है. पटना की सड़कों पर आप कही भी नजर दौड़ाइए, एक पोस्टर बरबस ही आपका ध्यान आपकी ओर खींच लेता है. यह पोस्टर नीतीश कुमार को लेकर लगाया गया है और उस पर लिखा है... टाइगर जिंदा है. इस पोस्टर को देखने और पढ़ने वाले इस बात को मानने में कोई इनकार नहीं करते कि वाकई नीतीश कुमार में अभी दम है. कहां तो लोकसभा चुनाव में विपक्षी दल नीतीश कुमार को चूके हुए नेता मानकर चल रहे थे, वहीं अब नीतीश कुमार एक बार फिर बिहार में भाजपा की बराबरी में आ खड़े हुए हैं. 

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पटना की सड़कों पर टाइगर जिंदा है के पोस्टर लगे हैं. पोस्टर चर्चा का विषय बना हुआ है. इस पोस्टर् में नीतीश कुमार को टाइगर बताया गया है. नीतीश कुमार के फोटो के अगल-बगल टाइगर के फोटो लगाए गए हैं. जिस तरह से चुनाव परिणाम के बाद केंद्र सरकार मे जदयू की अहमियत बढ़ी है और मोदी सरकार के गठन मे नीतीश कुमार बड़े फैक्टर बने हैं, उससे उनके बारे में टाइगर जिंदा है कहना लाजिमी हो जाता है. 

जिस नीतीश कुमार के बारे में 2 महीना पहले कहा जा रहा था कि उनकी पार्टी खत्म हो गई और लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा घाटा उन्हीं को होगा. यहां तक कि एनडीए की सबसे कमजोर कड़ी नीतीश कुमार को बताया जा रहा था, लेकिन नीतीश कुमार 12 सीटों पर चुनाव जिताकर आए और केंद्र में किंग मेकर की भूमिका में आ गए हैं. 

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यह पोस्टर् बता रहा है कि केंद्र की राजनीति में नीतीश कुमार की धमक कायम होने वाली है. पहले भी नीतीश कुमार ने विपक्ष में रहते हुए इंडिया की नींव रखी थी, लेकिन कांग्रेस के रवैये के चलते उन्होंने एनडीए में जाना ज्यादा मुनासिब समझा. अब रिजल्ट सबके सामने है.

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