Vish Yoga: विष योग के परिणामों में शनि को क्रूर और न्यायप्रिय ग्रह माना गया है और चंद्रमा को मन का कारक बताया गया है, जिससे माता के स्वास्थ पर भी बुरा असर पड़ सकता है. इस योग के दोष के कारण जातक को तनाव, बेचैनी और चिंता आदि की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
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Vish Yoga in Kumbh Rashi: विष योग कुंभ राशि में एक शनि और चंद्रमा की युति के द्वारा बनता है, जो ज्योतिष शास्त्र में अशुभ माना जाता है. चंद्रमा का संचार कुंभ राशि में होने से यह योग उत्पन्न होता है, जिसका प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर हानिकारक हो सकता है. इसे अशुभ योग माना जाता है और इसके परिणाम से व्यक्ति को विभिन्न समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.
विष योग के परिणामों में शनि को क्रूर और न्यायप्रिय ग्रह माना गया है और चंद्रमा को मन का कारक बताया गया है, जिससे माता के स्वास्थ पर भी बुरा असर पड़ सकता है. इस योग के दोष के कारण जातक को तनाव, बेचैनी और चिंता आदि की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. प्रेम संबंध, बच्चों के साथ और रिश्तों में विवादों का सामना भी किया जा सकता है.
कुंभ राशि वालों को इस समय अधिक सावधान रहना चाहिए. वे किसी से भी भरोसा नहीं करें और अपने कामों में ज्यादा सतर्क रहें. रिश्तों में बेवजह के विवाद से बचने के लिए वे संवेदनशील रहें और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें.
इस योग से बचने के लिए कुछ उपाय भी हैं. जिन्हें अपनाकर व्यक्ति इस अशुभ प्रभाव को कम कर सकता है. रोजाना शिवलिंग का जलाभिषेक करना और मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करना योग्य है. कुंभ राशि वाले नारियल को सात बार सिर से वारकर एक पीपल के पेड़ के नीचे फोड़ सकते हैं, जिससे इस योग के प्रभाव को कम किया जा सकता है.
Disclaimer: यह सूचना केवल ज्योतिष शास्त्र के प्रेरणा सूचक है और इसे मानवता की भलाइयों के लिए शेयर किया गया है. इसे अपने व्यक्तिगत परिस्थितियों के आधार पर अपने विशेषज्ञ या पंडित से सहायता लेने के लिए सुनिश्चित करें.
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