पटना: RSS पत्र को लेकर सियासत तेज, बिहार सरकार के मंत्री ने चिट्ठी को दिया फर्जी करार
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पटना: RSS पत्र को लेकर सियासत तेज, बिहार सरकार के मंत्री ने चिट्ठी को दिया फर्जी करार

बीजेपी विधायक सचिन्द्र प्रसाद ने भी चिट्ठी को गंभीर माना है. सचिन्द्र प्रसाद ने स्पेशल ब्रांच के एजीडी के उस दावे को सिरे से खारिज कर दिया .

 बिहार सरकार के मंत्री बीजेपी के सीनियर नेता मामले को गंभीर मान रहे हैं. (फाइल फोटो)

पटना: आरएसएस से जुडे संगठनों की निगरानी को लेकर जारी की गई चिट्ठी पर सियासत तेज हो गयी है. वहीं गठबंधन टूटने को लेकर चर्चाओं के बाजार भी गर्म हो गए हैं. यहीं वजह है कि बीजेपी के कुछ नेता गठबंधन को बचाने की कवायद में लग गये हैं. ऐसे ही नेताओं में एक बिहार सरकार के मंत्री बिनोद कुमार सिंह हैं. बिनोद सिंह ने तो पूरी चिट्ठी को ही फर्जी करार दिया है. 

मंत्री बिनोद सिंह का दावा है कि पुलिस विभाग की ओर से ऐसी कोई चिट्ठी जारी नहीं की गई है. मंत्री ने कहा है कि अगर चिट्ठी जारी होती तो उन्हें भी इसकी सूचना होती. ये सिर्फ फेसबुक वाट्सएप पर फैलाया गया झूठ है.

मंत्री बिनोद सिंह चिट्ठी के मामले को भले ही फर्जी बता रहे हों. लेकिन बिहार सरकार के ही मंत्री बीजेपी के सीनियर नेता मामले को गंभीर मान रहे हैं. प्रेम कुमार ने कहा है कि मामला गंभीर हैं और इसकी पूरी जांच होनी चाहिए. आरएसएस एक राष्ट्रभक्तों का संगठन है.

बीजेपी विधायक सचिन्द्र प्रसाद ने भी चिट्ठी को गंभीर माना है. सचिन्द्र प्रसाद ने स्पेशल ब्रांच के एजीडी के उस दावे को सिरे से खारिज कर दिया जिसमें एडीजी ने ये कहा था कि चिट्ठी जारी होने के जानकारी न तो उन्हें थी और न ही विभाग को.

इधर पूर्व पुलिस अधिकारी रहे जेडीयू विधायक रवि ज्योति ने सरकार का बचाव किया है. रवि ज्योति ने कहा है कि सरकार को वाकई इस चिट्ठी के बारे में कोई जानकारी नही थी. मैं खुद पुलिस डिपार्टमेंट में रहा हूं. मैंने चिट्ठी देखी है. ये एसपी की ओर से जारी की गयी थी. ऐसे में पूरी सरकार को जिम्मेवार ठहराना सही नहीं है.