Bihar Politics: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी के आवास पर उनसे मुलाकात की. उन्होंने सहनी के पिता के निधन पर संवेदना व्यक्त की. मुलाकात के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने बिहार की कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए.
Trending Photos
Bihar Politics: पटना, 2 अगस्त बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी के आवास पर उनसे मुलाकात की. उन्होंने सहनी के पिता के निधन पर संवेदना व्यक्त की. मुलाकात के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने बिहार की कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा, "इतने बड़े नेता के पिता की हत्या कर दी जाती है, तो बिहार में कौन सुरक्षित है? यहां अपराधियों का बोलबाला है."
यह भी पढ़ें: देश में टाइम पर ट्रेन नहीं चलती, लेकिन वक्त पर एक्सीडेंट जरूर होता है- तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना
प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का भय समाप्त हो गया है. अधिकारियों को जो मन में आता है, वे करते हैं. मुख्यमंत्री गिड़गिड़ाते रहते हैं. राजद नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश को चला नहीं पा रहे हैं. बिहार में प्रतिदिन सैकड़ों, लूट, अपहरण, हत्याएं हो रही हैं. अपराधियों को सजा नहीं दी जाती है। आखिर जनता को तो सुरक्षा मिलनी चाहिए?
देश में जातीय जनगणना करने को लेकर राहुल गांधी की मांग का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा, "यह तो हम लोगों की पुरानी मांग है, यह तो होना ही चाहिए."उल्लेखनीय है कि पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की गत 15 जुलाई को दरभंगा जिले के सुपौल बाजार स्थित उनके पैतृक आवास में चाकू से गोदकर कर दी गई थी. उनका शव 16 जुलाई की सुबह बरामद हुआ था.
जीतन सहनी की हत्या को लेकर पुलिस ने दावा किया था कि पैसे लेनदेन के चलते हत्या की गई है. मामले में मुख्य आरोपी काजिम अंसारी ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार भी कर ली है. पुलिस के अनुसार, आरोपी काजिम ने मृतक सहनी से ब्याज पर पैसे लिए थे. पैसे नहीं चुकाने के कारण वह गिरवी रखी जमीन को भी नहीं छुड़ा पा रहा था.
इनपुट-आईएएनएस
यह भी पढ़ें: आरक्षण की बढ़ी सीमा 9वीं अनुसूची में शामिल हो, तेजस्वी यादव ने PM मोदी से की मांग