आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एक बार फिर से पार्टी को सकते में डाल दिया है. उनका नया ट्वीट देखकर लगता है कि वह जल्दी ही कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह सकते हैं.
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Acharya Pramod Krishnam Tweet: कांग्रेस के दिग्गज नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं. वे कई बार ऐसी बातें कह देते हैं, जोकि पार्टी लाइन से हटकर होती हैं. इससे कांग्रेस पार्टी काफी असहज हो जाती है. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एक बार फिर से पार्टी को सकते में डाल दिया है. उनका नया ट्वीट देखकर लगता है कि वह जल्दी ही कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह सकते हैं. दरअसल, उन्होंने अपने नए ट्वीट में पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे का एक वीडियो शेयर किया है.
इस वीडियो में पीएम मोदी का अमेरिकी संसद में भव्य स्वागत किया जा रहा है. पीएम मोदी जैसे ही अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करने पहुंचते हैं, मोदी-मोदी के नारे लगने लगते हैं. अमेरिका के सभी सांसद पीएम मोदी से हाथ मिलाने की कोशिश कर रहे होते हैं. अमेरिकी संसद का हाल ठीक उसी तरह से हो जाता है, जैसा भारतीय संसद में देखने को मिलता है. इस वीडियो को एक पत्रकार ने शेयर किया था. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इसे रीट्वीट किया है. आचार्य ने कैप्शन में लिखा- विजयी विश्व “तिरंगा” प्यारा, झण्डा “ऊँचा” रहे हमारा.
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विजयी विश्व “तिरंगा”
प्यारा, झण्डा “ऊँचा”
रहे हमारा. https://t.co/unUb7pfw0U— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) June 23, 2023
आचार्य के इस ट्वीट से अटकलें लगाई जा रही हैं कि वो जल्दी ही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं. बता दें कि इससे पहले जब कांग्रेस के बड़े नेता जयराम रमेश ने गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार देने को सावरकर और गोडसे को पुरस्कार देने से तुलना की थी तब भी उन्होंने खुलकर इसका विरोध किया था. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा है कि गीता प्रेस का विरोध 'हिंदू विरोधी' मानसिकता की पराकाष्ठा है. राजनीतिक पार्टी के जिम्मेदार पदों पे बैठे लोगों को इस तरह के धर्म विरोधी बयान नहीं देने चाहिए, जिसके नुकसान की भरपाई करने में सदियां गुजर जाएं.
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महाबैठक में राहुल गांधी की शादी की बात करने पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सवाल उठाए हैं. आचार्य ने कहा कि विपक्षी एकजुटता एक गंभीर मसला है, ऐसे माहौल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते वक्त राहुल गांधी की शादी की बात करना क्या उचित है? ऐसा बिल्कुल नहीं होना चाहिए था. विपक्षी एकता का मतलब सिर्फ पार्टियों का मिलना नहीं होता, बल्कि दिलों को भी मिलाना जरूरी होता है. बता दें कि इस बैठक में लालू यादव ने राहुल गांधी को शादी करने की सलाह दी थी. लालू ने कहा था कि राहुल गांधी ने काफी अच्छा काम किया है. देशभर में पैदल यात्रा की. इस दौरान इनकी दाढ़ी भी बढ़ गई. अब थोड़ी छोटी कराई है, ये ठीक है, पर इन्होंने शादी को लेकर हमारी सलाह नहीं मानी. शादी कर लेनी चाहिए थी. अभी भी समय बीता नहीं है. शादी कर लीजिए.