Rahul Gandhi: 10 प्वाइंट में पढ़ें राहुल गांधी का राजनीतिक करियर
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Rahul Gandhi: 10 प्वाइंट में पढ़ें राहुल गांधी का राजनीतिक करियर

नेहरू-गांधी खानदान से ताल्लुक रखने वाले राहुल गांधी ने 2004 में आधिकारिक रूप से राजनीति में कदम रखा था. वह 2004 के आम चुनाव में अपने पिता राजीव गांधी की सीट अमेठी से पहली बार लोकसभा सांसद चुने गए. 

फाइल फोटो

Rahul Gandhi News: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल हो गई है. इसका मतलब यह है कि राहुल गांधी आज से फिर लोकसभा में दिखाई देंगे. वह आज यानी सोमवार (7 अगस्त) की कार्यवाही में भी हिस्सा ले सकते हैं. लोकसभा सचिवालय ने अधिसूचना जारी कर दी है. राहुल की सदस्यता बहाल होने से कांग्रेस पार्टी काफी खुश है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लड्डू खिलाकर सबका मुंह मीठा कराया. बता दें कि राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद उनकी लोकसभा सदस्यता वापस मिलने के दरवाजे खुल गए थे.

मोदी सरनेम केस में राहुल को मार्च 2023 में गुजरात की एक अदालत ने दोषी ठहराते हुए दो साल की सजा सुनाई थी. जिसके बाद उनकी लोकसभा सदस्यता भी चली गई थी. हाईकोर्ट से राहुल को कोई राहत नहीं मिली थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस सजा पर रोक लगा दी थी. सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले मे कहा था कि राहुल गांधी को सर्वाधिक सजा दी गई, लेकिन ये नहीं बताया गया कि सर्वाधिक सजा देने की वजह क्या है? 

  1. राहुल गांधी देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पोते और भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के परपोते हैं. उनके पिता राजीव गांधी भी प्रधानमंत्री रह चुके हैं. इंदिरा और राजीव दोनों की हत्या कर दी गई थी.  
  2. नेहरू-गांधी खानदान से ताल्लुक रखने वाले राहुल गांधी ने 2004 में आधिकारिक रूप से राजनीति में कदम रखा था. वह 2004 के आम चुनाव में अपने पिता राजीव गांधी की सीट अमेठी से पहली बार लोकसभा सांसद चुने गए. 
  3. राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी में संगठन की जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं. जनवरी 2013 में राहुल गांधी को कांग्रेस उपाध्यक्ष बनाया गया था. वह कांग्रेस पार्टी के महासचिव भी रह चुके हैं.
  4. 2009 लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी लगातार दूसरी बार अमेठी से सांसद चुने गए. इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में भी सीट बरकरार रखी.
  5. दिसबंर 2017 में राहुल गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया था. 2019 का लोकसभा चुनाव उनके नेतृत्व में ही लड़ा गया था, जिसमें बुरी तरह से हार मिलने पर राहुल ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. 
  6. 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल को केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी से हार का सामना करना पड़ा था. इस चुनाव में वह दो सीटों से लड़े थे. अमेठी में उन्हें हार मिली तो केरल की वायनाड सीट से जीतकर लोकसभा पहुंचे. 
  7. 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए मोदी सरनेम के लिए अपमानजनक टिप्पणी कर दी थी. इस मामले में उनके खिलाफ कई जगहों पर मुकदमा कर दिया गया था. इसी केस में गुजरात की निचली अदालत ने राहुल को दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई थी. 
  8. कोर्ट सजा होने के बाद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता भी चली गई थी और उन्हें अपना सरकारी बंगला भी खाली करना पड़ा था. इतना ही नहीं वह 2024 का लोकसभा चुनाव भी नहीं लड़ सकते थे. 
  9. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने निचली की अदालत की सजा पर रोक लगा दी. जिससे राहुल की लोकसभा सदस्यता भी बहाल हो गई. अब वह एक बार फिर से वायनाड के सांसद बन चुके हैं. वह 2024 का चुनाव लड़ने के लिए भी योग्य हो गए हैं. 
  10. राहुल ने इसी साल भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी. ये यात्रा कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और कश्मीर में समाप्त हुई थी. इस यात्रा ने राहुल की छवि को काफी बदलने का काम किया. जो नेता कल तक युवराज माना जाता था आज वह जनता से जुड़ा हुआ नजर आ रहा है. 

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