लालू यादव ने अचानक से हरिहर नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करके एक बड़ा सियासी दांव चला है. ऐसा करके लालू ने ये संदेश देने की कोशिश की उनका उदयनिधि के बयान से कोई मतलब नहीं है.
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Bihar Politics: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए गए विवादित बयान पर हंगामा जारी है. बीजेपी सहित तमाम हिंदू संगठनों ने उदयनिधि के बयान की आलोचना की है. एमके स्टालिन विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. का भी हिस्सा हैं, इसलिए बीजेपी लालू यादव और नीतीश कुमार पर भी हमलावर है. बीजेपी के फायरब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तो यहां तक कह दिया है कि ये लालू-नीतीश का ही एजेंडा है. हालांकि, लालू यादव की पार्टी राजद ने साफ कर दिया कि वो उदयनिधि के बयान का समर्थन नहीं करते हैं.
इस बीच लालू यादव आज यानी सोमवार (4 सितंबर) को अचानक से सोनपुर में स्थित बाबा हरिहर नाथ मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की. राजद सुप्रीमो के साथ उनकी पत्नी राबड़ी देवी भी मौजूद थीं. लालू को देखने के लिए मंदिर के बाहर काफी भीड़ लग गई. बाबा का जलाभिषेक करके पूर्व मुख्यमंत्री अपनी पत्नी के साथ वापस पटना लौट आए. बताया गया कि लालू-राबड़ी ने हरिहरनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक किया. अचानक से लालू राबड़ी हरिहरनाथ मंदिर पहुंचे थे. किसी को भी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के आने की जानकारी नहीं थी.
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अचानक से हरिहर नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करके लालू यादव ने एक बड़ा सियासी दांव चला है. दरअसल, स्टालिन के बेटे ने सनातन धर्म की तुलना मलेरिया और डेंगू से करके विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. को भी मुश्किल में डाल दिया है. हिंदू धर्म को गाली देने पर बीजेपी ने मोर्चा खोल रखा है और उदयनिधि के साथ-साथ विपक्षी गठबंधन के सभी नेताओं पर हमला कर रही है. इस मुद्दे पर बीजेपी को बढ़त ना मिले, इसलिए लालू यादव खुद मंदिर पहुंच गए और उन्होंने बकायदा पूजा-अर्चना की.
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लालू ने ऐसा करके ये संदेश देने की कोशिश की उनका उदयनिधि के बयान से कोई मतलब नहीं है. मुंबई बैठक के दौरान लालू यादव अपने छोटे बेटे और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ सिद्धिविनायक गणपति मंदिर पहुंचे थे और वहां उन्होंने पूजा-अर्चना की थी. राजनीतिक पंडितों का कहना है कि ऐसा करके वह कट्टर हिंदू वोटरों को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं.