नीतीश कुमार पर हमला करते पीएम मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार से ज्यादा विधायक होने के बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री बनाया. उन्होंने पंजाब में भी बीजेपी द्वारा त्याग करने की बात कही. पीएम ने कहा कि पंजाब में अच्छी संख्या में हमारे एमएलए होने के बावजूद बीजेपी ने अकाली सरकार में उपमुख्यमंत्री का पद नहीं मांगा.
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PM Modi NDA MPs Meeting: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए पीएम मोदी ने कमर कस ली है. तीसरी बार सत्ता में वापसी के लिए एनडीए सांसदों को पीएम मोदी जीत का मंत्र दे रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार से एनडीए सांसदों के साथ मुलाकात का सिलसिला शुरू कर दिया है. एनडीए सांसदों की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों के गठबंधन पर निशाना साधने के साथ-साथ अपने पुराने सहयोगी नीतीश कुमार और अकाली दल को भी याद किया. इस दौरान पीएम मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि एनडीए गठबंधन में स्वार्थ की कोई जगह नहीं है.
नीतीश कुमार पर हमला करते पीएम मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार से ज्यादा विधायक होने के बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री बनाया. उन्होंने पंजाब में भी बीजेपी द्वारा त्याग करने की बात कही. पीएम ने कहा कि पंजाब में अच्छी संख्या में हमारे एमएलए होने के बावजूद बीजेपी ने अकाली सरकार में उपमुख्यमंत्री का पद नहीं मांगा. इन दोनों उदाहरणों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि एनडीए स्वार्थ नहीं त्याग की भावना से बना है.
बता दें कि पीएम मोदी ने सोमवार (31 जुलाई) से एनडीए सांसदों के साथ मुलाकात का सिलसिला शुरू कर दिया है. एनडीए सांसदों के साथ मुलाकात के इस सिलसिले के तहत सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले उत्तर प्रदेश के ब्रज, पश्चिम, कानपुर और बुंदेलखंड से आने वाले 42 सांसदों से मुलाकात की. उसके बाद पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा से आने वाले एनडीए गठबंधन के 41 सांसदों के समूह के साथ अलग से मुलाकात की.
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इस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एनडीए के 25 वर्षों के इतिहास के बारे में बताया. तो वहीं सरकार की तरफ से मोदी सरकार की उपलब्धियों को लेकर प्रजेंटेशन भी दिया गया. बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों के गठबंधन पर निशाना साधने के साथ-साथ अपने पुराने सहयोगी नीतीश कुमार और अकाली दल को भी याद किया. सूत्रों के मुताबिक, एनडीए सांसदों के साथ बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे जमीनी हालात को लेकर फीडबैक लिया और साथ ही चुनावी तैयारियों के मद्देनजर कई अहम निर्देश भी दिए.
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री ने सांसदों को अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में लोकल मुद्दों पर ज्यादा फोकस करने के साथ-साथ केंद्र की मोदी सरकार की उपलब्धियों को भी जनता तक पहुंचाने को कहा. जहां-जहां राज्य में भाजपा की सरकारें है, वहां डबल इंजन सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने को कहा गया है. बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए यह भी कहा कि राम मंदिर के अलावा भी बहुत से काम हैं, जिनको जनता के बीच लेकर जाना है. उन्होंने शादी-विवाह एवं आने वाले त्योहारों का जिक्र करते हुए सांसदों को यह सलाह भी दी कि उन्हें आम जनता के बीच ज्यादा से ज्यादा समय बिताना चाहिए, शादी-विवाह के कार्यक्रमों में जाना चाहिए और त्योहारों से जुड़े कार्यक्रमों में भी सम्मिलित होकर लोगों से ज्यादा से ज्यादा संपर्क करना चाहिए.
पीएम मोदी ने एनडीए सांसदों से कहा कि वह अपने-अपने इलाके के गांव-कस्बों में जाकर प्रवास करें और लोगों से बातचीत करके उनकी समस्याओं को सुनें. उन्होंने कहा कि सांसदों को लोगों की समस्याओं को दूर करने का प्रयास करना चाहिए. एनडीए सांसदों की बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि चोला बदलने से चरित्र नहीं बदल जाता और यूपीए तो यूपीए ही रहेगा. उन्होंने कहा कि दस साल के यूपीए सरकार के दौरान लगे दागों के कारण उन्हें नाम बदलना पड़ा, लेकिन इससे उनका चरित्र नहीं बदल जाता.
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बता दें कि सोमवार से शुरू हुए एनडीए सांसदों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात का यह सिलसिला 10 अगस्त तक चलेगा. प्रधानमंत्री मोदी का 31 जुलाई से लेकर 10 अगस्त तक अलग-अलग समूहों में एनडीए के लोकसभा एवं राज्यसभा के 430 सांसदों के साथ मुलाकात करने का कार्यक्रम तय है. सांसदों के साथ मुलाकात के सिलसिले के दौरान अलग-अलग मौकों पर भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और नितिन गडकरी सहित सरकार के कई मंत्री मौजूद रहेंगे.