इस बैठक को लेकर राजद सुप्रीमो लालू यादव भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं. लालू यादव ने बुधवार (21 जून) को बैठक की तैयारियों का जायजा लेने के लिए सीएम हाउस का दौरा किया. वो विपक्षी नेताओं से भी मुलाकात करेंगे.
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Bihar Politics: बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार (23 जून) को मोदी विरोधी नेताओं का जमघट लगने वाला है. जानकारी के मुताबिक बैठक में 18 दलों के नेता हिस्सा लेने वाले हैं. बैठक में बीजेपी को हराने का प्लान तैयार किया जाएगा. मीटिंग की अगुवाई नीतीश कुमार करेंगे. इस बैठक को लेकर राजद सुप्रीमो लालू यादव भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं. लालू यादव ने बुधवार (21 जून) को बैठक की तैयारियों का जायजा लेने के लिए सीएम हाउस का दौरा किया. वो विपक्षी नेताओं से भी मुलाकात करेंगे. जानकारी के मुताबिक, पश्चिम बंगाल का मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बैठक से पहले लालू यादव से मुलाकात करेंगी.
खबर है कि शाम तक पटना आने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीधे राबड़ी आवास जाएंगी. यहां लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करेंगी और फिर सीएम नीतीश कुमार से भी मिलेंगी. ममता बनर्जी के साथ उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी के आने की भी जानकारी मिल रही है. उधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी अपने लाव-लश्कर के साथ आज शाम को ही पटना पहुंच जाएंगे. केजरीवाल के साथ पंजाब के सीएम भगवंत मान, आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढ़ा के भी आने की उम्मीद है. यहां केजरीवाल विपक्षी दलों के नेताओं से दिल्ली अध्यादेश पर मदद भी मांगेंगे.
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वहीं विपक्षी दलों की इस बैठक पर रालोजद अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने निशाना साधा है. उपेंद्र कुशवाहा ने एक ट्वीट में लिखा कि सत्ताधारी दल से इतर देश के समक्ष कोई नया वैकल्पिक मॉडल प्रस्तुत किए बिना सिर्फ नकारात्मकता को आधार बनाकर बनाई गई विपक्षी एकता का हश्र मध्यावधि चुनाव के रूप में 1977 और 1989 में देश देख/भुगत चुका है. एकबार फिर उसी तरह के घिसे-पिटे प्रयोग के परिणाम से जनता वाकिफ है. उन्होंने आगे लिखा कि मेरी समझ से ऐसे किसी प्रयोग पर जनता तभी भरोसा कर सकेगी जब नये और सकारात्मक वैकल्पिक मॉडल के साथ किसी बड़े दल के भरोसेमंद नेता के नेतृत्व को स्वीकार कर छोटे व क्षेत्रीय दल उनके साथ खड़े हों. शायद भविष्य में कांग्रेस इस रूप में अपने को खड़ा कर पाए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता को अभी और तपना होगा. फिलहाल 2024 में तो मोदी जी के समक्ष कोई चुनौती नहीं है.
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उपेंद्र कुशवाहा की तरह चिराग पासवान ने भी विपक्षी दलों की बैठक को लेकर सीएम नीतीश कुमार पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने अपने 18 वर्षों के कार्यकाल में नीतीश कुमार ने केवल बिहार की आवाम को बेवकूफ बनाया है. विकास के नाम पर लूट को बढ़ावा दिया है. धरातल पर जो थोड़ा-बहुत विकास दिख रहा है, वह केन्द्र सरकार की देन है. नीतीश कुमार ने बस केन्द्र की योजनाओं पर अपने नाम का लेबल चिपकाया है. अभी उन पर विपक्षी एकता का नशा सवार है. वह देशाटन कर रहे हैं, उन्हें लगता है कि विपक्षी एकता की नाव पर सवार होकर वह पीएम बन जाएंगे.