Nitish Kumar Controversial Statement : पंडित मदन मोहन ने बताया कि उनके कुंडली में शनि चौथे भाव में है और मंगल दसवें भाव में शुक्र के साथ विराजमान है. इसका मतलब है कि उनके लिए शनि का स्थान विशेष महत्व रखता है और यह उनके करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
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Nitish Kumar Controversial Statement : नीतीश कुमार की कुंडली के अनुसार उनका जन्म 1 मार्च 1951 को दोपहर 1:20 पर बख्तियारपुर में हुआ था. उनकी कुंडली में मिथुन लग्न और वृश्चिक राशि है. उनके भाग्य स्थान में सूर्य, बृहस्पति, राहु और बुध बैठे हैं. इसका मतलब है कि उनकी कुंडली पर नक्षत्रों का साया मंडरा रहा है. यहीं वजह है कि विधानसभा में जातिगत जनगणना के आंकड़ों को बताते बताते उनकी वाणी ही बदल और लोग चौंक गए.
पंडित मदन मोहन ने बताया कि उनके कुंडली में शनि चौथे भाव में है और मंगल दसवें भाव में शुक्र के साथ विराजमान है. इसका मतलब है कि उनके लिए शनि का स्थान विशेष महत्व रखता है और यह उनके करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. मंगल जो उनकी कुंडली के छठे भाव के स्वामी है, दशम भाव में मित्र राशि मीन में है, जो उन्हें मजबूत बनाता है और करियर में सफलता प्रदान करता है. उनकी कुंडली में सप्तम भाव के स्वामी बृहस्पति है और वह राहु और केतु के प्रभाव में हैं. इसका मतलब है कि उन्होंने अपने करियर में अलग-अलग गठबंधन बनाए हैं, लेकिन उनके गठबंधन अक्सर लंबे समय तक नहीं चल पाते हैं. साथ ही वो अपने शब्दों के कारण है जनता की नजरों में अपनी जगह ही खराब कर लेंगे.
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में उनके लिए कुछ चुनौतियां हो सकती हैं, क्योंकि गुरु और सूर्य का संयोग बुध के साथ होने के बावजूद जनता के बीच प्रेम संबंध कम कर सकते है. एक समय ऐसा आएगा की उनके सहयोगी भी उनके साथ नहीं रह सकते हैं और उन्हें इसका ध्यान देना चाहिए.
दरअसल, बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार द्वारा जातिगत जनगणना के आंकड़ों के साथ एक बयान दिया गया, जिसने काफी सनसनी खेज मचा दी. जब जाति आधारित गणना पर चर्चा चल रही थी, तो नीतीश कुमार ने ऐसा कहा कि लोग चौंक गए. सदन में पुरुष विधायक हंसने लगे, और महिला विधायकों ने इस पर गुस्सा किया. नीतीश कुमार ने इस बारीकी से चर्चा की और कहा कि हम चाहते हैं कि लड़कियां पढ़ाई करें. जब शादी होती है, तो जब पति-पत्नी समय बिताते हैं, तो पुरुष अकेले में विशेष गतिविधियां करते हैं और जिस तरह से यह गतिविधियां होती हैं, उससे बच्चा पैदा होता है. लड़कियों को शिक्षा मिलती है, तो वे इसके बारे में जागरूक होती हैं और वे यह भी जानती हैं कि इसके बावजूद भी उन्हें अपने अधिकार का पालन करने का अधिक हक है. इससे उनका परिवार छोटा रहता है. नीतीश के इस बयान से सबको हैरानी हुई और उसे गलत समझा गया. उसके बाद विधायकों में बातचीत चली और कुछ महिला विधायक इस पर आपत्ति जताई.
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