Bihar News: रोहनिया वाराणसी का पटेल बहुल विधानसभा क्षेत्र है और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल इसी समुदाय से हैं. वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल अपना दल (एस) की अध्यक्ष भी हैं.
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Bihar News: बीजेपी ने 15 दिसंबर, 2023 दिन शुक्रवार को जदयू के उस दावे को खारिज कर दिया कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में प्रस्तावित रैली की अनुमति नहीं दी. पार्टी ने साथ ही यह दावा भी किया कि जदयू ने कुमार की रैली को इसलिए रद्द कर दिया, क्योंकि उसे यह महसूस हो गया था कि यह कार्यक्रम फ्लॉप शो साबित होगा.
जदयू ने एक दिन पहले दावा किया था कि उत्तर प्रदेश के रोहनिया विधानसभा क्षेत्र में 24 दिसंबर को होने वाली नीतीश कुमार की रैली को रद्द कर दिया गया, क्योंकि स्थानीय अधिकारियों ने इसकी अनुमति देने से इनकार कर दिया था. रोहनिया विधानसभा सीट प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के अंतर्गत आती है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने संसद भवन परिसर में कहा, ‘उन्होंने खुद ही रैली रद्द कर दी, क्योंकि उन्हें लगा कि लोग कम संख्या में आएंगे और यह एक फ्लॉप शो होने जा रहा है. ऐसा इसलिए है क्योंकि यह इलाका अपना दल और बीजेपी का गढ़ है.’
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रोहनिया वाराणसी का पटेल बहुल विधानसभा क्षेत्र है और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल इसी समुदाय से हैं. वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल अपना दल (एस) की अध्यक्ष भी हैं. जदयू नेता और बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने 15 दिसंबर, 2023 दिन शुक्रवार को बताया था कि कुमार की रैली रद्द करनी पड़ी, क्योंकि वाराणसी के रोहनिया में जगतपुर इंटर कॉलेज प्रशासन ने स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार के दबाव के कारण इसकी अनुमति देने से इनकार कर दिया.
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उन्होंने कहा, ‘इसके बाद न तो वे फिर वहां गए और न ही उन्होंने कोई आवेदन दिया... मैंने जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से बात की और पाया कि उन्हें (अधिकारियों को) इसके बारे में पता भी नहीं था. रैली आयोजित करने के लिए जगह मांगने के लिए किसी ने उनसे संपर्क ही नहीं किया.’ राज्यसभा सदस्य ने दावा किया कि उन्होंने जद (यू) खुद ही रैली रद्द कर दी. उन्होंने कहा, ‘क्योंकि उन्हें एहसास हो गया था कि यह एक फ्लॉप शो होगा. मैं जदयू नेताओं को चुनौती देता हूं कि यदि उन्होंने आवेदन दिया है तो वे उसकी एक प्रति दिखाएं.’
इनपुट: भाषा