Zee News ने पहले ही बता दिया था RCP Singh ज्वाइन करेंगे BJP, आज सच साबित हो सकती है खबर
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1690180

Zee News ने पहले ही बता दिया था RCP Singh ज्वाइन करेंगे BJP, आज सच साबित हो सकती है खबर

अजय आलोक ने जिस दिन बीजेपी का दामन थामा था, जी न्यूज ने उसी दिन बता दिया था कि अब अगला नंबर आरसीपी सिंह का है. 

आरसीपी सिंह

RCP Singh Will Be Join BJP: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कभी सिपहसलार रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह आज यानी गुरुवार (11 मई) को बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं. जेडीयू से इस्तीफा देने के बाद से ही उनके बीजेपी ज्वाइन करने की अटकलें लगाई जा रही थीं. अब आज इस पर आधिकारिक रूप से मुहर लग सकती है. इससे पहले जेडीयू के पूर्व प्रवक्ता अजय आलोक ने बीजेपी ज्वाइन की थी. अजय आलोक ने जिस दिन बीजेपी का दामन थामा था, जी न्यूज ने उसी दिन बता दिया था कि अब अगला नंबर आरसीपी सिंह का है. 

बता दें कि आरसीपी सिंह ने जेडीयू से इस्तीफा देने के बाद से ही नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. अब वह बीजेपी के खेमे में खड़े होकर नीतीश के सभी तीरों का जवाब देते नजर आएंगे. जेडीयू से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार ने लालू के जंगलराज से समझौता कर लिया है. उन्होंने कहा था कि जेडीयू में कुछ नहीं बचा है. वो अब डूबता हुआ जहाज है. 

बीजेपी में आज होंगे शामिल!

जेडीयू से इस्तीफे के बाद उन्होंने कोई पार्टी जॉइन नहीं की थी लेकिन चर्चा थी कि वह बहुत जल्द बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. चर्चा यह भी हुई थी कि बीजेपी ने उन्हें नालंदा में शामिल होने का न्योता भी दिया गया था लेकिन उस समय उन्होंने यह कहते हुए प्रस्ताव ठुकरा दिया था कि वह सही समय पर सही निर्णय लेंगे. अब आज इस पर आधिकारिक रूप से मुहर लग सकती है. 

ये भी पढ़ें- Tej Pratap Yadav Divorce: तेज प्रताप यादव की बढ़ी मुसीबतें, घरेलू हिंसा मामले की फिर होगी सुनवाई, HC का आदेश

मोदी से नजदीकी पड़ी भारी

आरसीपी सिंह उत्तर प्रदेश कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी रह चुके हैं. राजनीति में उन्हें नीतीश कुमार ही लेकर आए थे. एक वक्त था जब आरसीपी सिंह को नीतीश कुमार का दायां हाथ कहा जाता था. नीतीश के भरोसेमंद होने के कारण वह जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं. मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद नीतीश को उन पर पहले जैसा विश्वास नहीं रहा, जिसके कारण उन्हें दोबारा राज्यसभा नहीं भेजा गया. नतीजतन उन्हें मोदी कैबिनेट से भी बाहर होना पड़ा. जिसके चलते उन्होंने जेडीयू से इस्तीफा दे दिया था.

Trending news