Yadav Politics: क्या बीजेपी मध्य प्रदेश के रास्ते यूपी-बिहार फतह की तैयारी में है? जानें ये कितने प्रतिशत
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Yadav Politics: क्या बीजेपी मध्य प्रदेश के रास्ते यूपी-बिहार फतह की तैयारी में है? जानें ये कितने प्रतिशत

Yadav Politics: बिहार में ओबीसी की संख्या 63 प्रतिशत है. यहां पर यादवों की आबादी 14 प्रतिशत है. बिहार में अगर भारतीय जनता पार्टी का मध्य प्रदेश वाला दांव चल गया तो सीधे-सीधे लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी के कोर वोट बैंक में सेंधमारी हो सकती है? 

बिहार की खबरें (File Photo)

Yadav Politics: मध्य प्रदेश में नई सरकार के गठन में भारतीय जनता पार्टी की तरफ जो रणनीति अपनाई गई, उसके बाद लगातार चर्चा हो रही है कि बीजेपी अब उत्तर प्रदेश और बिहार इसी रास्ते फतह करने की तैयारी कर रही है. क्योंकि यूपी-बिहार में यादवों की संख्या काफी अधिक है. सरकार बनाने में उनकी भूमिका निर्णायक होती है. ऐसे में यूपी-बिहार में यादव फैक्टर का क्या होगा असर? आइए जानते हैं.

बिहार में ओबीसी की संख्या 63 प्रतिशत है. यहां पर यादवों की आबादी 14 प्रतिशत है. बिहार में अगर भारतीय जनता पार्टी का मध्य प्रदेश वाला दांव चल गया तो सीधे-सीधे लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी के कोर वोट बैंक में सेंधमारी हो सकती है? 

वहीं, बात करें उत्तर प्रदेश की तो यहां पर समाजवादी पार्टी यादवों को अपना कोर वोट बैंक मानती है. अगर बीजेपी का एमपी वाला फॉर्मूला यूपी में चल गया तो सीधे तौर पर अखिलेश यादव की पार्टी सपा को नुकसान होगा. उत्तर प्रदेश में ओबीसी की संख्या 52 प्रतिशत और यादवों की करीब 10 प्रतिशत आबादी है.

इस बीच कई राजनीति दलों ने बीजेपी के इस फार्मूले को सिरे से खारिज किया और कहा कि भारतीय जनता पार्टी का फार्मूला बिहार पर लागू नहीं होगा. राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि इसका कोई असर बिहार में नहीं होने जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी के रीति और नीति में पिछड़ा, अति पिछड़ा, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को सम्मान देना नहीं है. भारतीय जनता पार्टी परसेप्शन की राजनीति खड़ा करती है. बिहार के ही साइड इफेक्ट है. मध्य प्रदेश में उन्होंने यादव समाज के नेता को मुख्यमंत्री बनाया. जातीय गणना यहां जब हुई तो 75 प्रतिशत आरक्षण की जो व्यवस्था हुई. इसीलिए वो उनको याद आया कि अगर बिहार में लालू-नीतीश से लड़ना है. इंडिया गठबंधन से मुकाबला करना है तो हमको अपना पैटर्न चेंज करना होगा. भारतीय नेता पार्टी जो धर्म की राजनीति करती है, अब भ्रम की राजनीति कर रही है.

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कांग्रेस ने भी भारतीय जनता पार्टी के इस प्रयोग को नाकाम बताया. कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि बीजेपी लाख कोशिश कर ले, यादव समाज ठगाने वाली नहीं है वह कृष्ण के वंशज हैं और वह कंस के छाती पर चढ़कर देश और समाज को बचाना जानते हैं. देश में नरेंद्र मोदी के नीतियों को समाप्त करेंगे और बिहार में तो कोई सवाल ही पैदा नहीं होता.

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भाजपा का मानना है की हम सबका साथ सबका विकास वाले लोग हैं. जीवेश मिश्रा ने कहा कि लालू यादवों का केवल इस्तेमाल किया है भारतीय जनता पार्टी ने यादव को सम्मान दिया है. आज आप देख लीजिए कि यादव सांसद बिहार में सबसे ज़्यादा हमारे पास है. हम बड़े पैमाने पर यादव समाज के लोगों को टिकट देते हैं. सबका साथ सबका विकास वाले लोग हैं. हम किसी समीकरण में विश्वास नहीं करते हैं. देश के विकास में विश्वास करते हैं. 

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