पुलवामा हमलाः शहीद संजय ने ड्यूटी पर जाने से पहले किया था बेटी की शादी का वादा
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पुलवामा हमलाः शहीद संजय ने ड्यूटी पर जाने से पहले किया था बेटी की शादी का वादा

पुलवामा में शहीद हुए संजय सिन्हा के पिता ने कहा है कि शहीदों पर सरकार और विपक्ष केवल सियासत करना जानती है.

शहीद संजय सिन्हा भी पुलवामा हमले में आतंकियों का शिकार हो गए. (फाइल फोटो)

पटनाः जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों की शहादत पर पूरे देश में मातम छाया है. एक ओर शहीदों के परिवारों के घर चीख गूंच रही है तो वहीं, पूरे देश की जनता में आतंक और पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश व्याप्त हो गया है. देश की जनता अब पाकिस्तान से बदला चाहती है. इन सब में शहीद परिवारों पर गम का पहाड़ टूट पड़ा है.

बिहार के पटना स्थित मसौढ़ी का लाल संजय सिन्हा भी गुरुवार को उस आतंकी हमले में शहीद हो गया जिसे जम्मू-कश्मीर में कायराने तरीके अंजाम दिया गया. संजय अभी एक हफ्ते पहले ही छुट्टियों से वापस ड्यूटी पर लौटा था. सीआरपीएफ का जवान संजय उसे नहीं पता था कि यह उसकी घर वापसी कभी नहीं हो पाएगी.

शहीद संजय जब जनवरी में छुट्टियों पर आया था तो अपने गांव के सभी दोस्तों से मिला था. बताया जाता है कि संजय मसौढ़ी का बहादुर लाल था. वह हमेशा से अच्छे विचारों वाला व्यक्ति था. उसकी सबसे अच्छी दोस्ती थी. जब भी वह घर छुट्टियों पर आता था तो सभी दोस्त आपस में मिलते थे.

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शहीद संजय के पिता

शहीद संजय सिन्हा अपने पीछे दो बेटी और एक लड़का समेत पत्नी और माता-पिता को छोड़ अपने देश के लिए न्यौछावर हो गया. शहीद संजय के पिता होमगार्ड के जवान थे. उनका कहना है कि बेटे के शहीद होने पर उन्हें गर्व है लेकिन अब उनके परिवार का क्या होगा. शहीदों के सहादत पर तो देश में केवल राजनीति होती है. काफी समय से जवानों को मारा जा रहा है लेकिन सरकार हो या विपक्ष सभी केवल राजनीति करने में लगे रहते हैं.

शहीद संजय के पिता का कहना है कि अगर कुछ करना है तो शहीद जवानों का बदला लें. आतंकवाद का खात्मा करने की जरूरत हैं. वहीं, उन्होंने बताया कि संजय जब छुट्टियों पर आया था तो उसने अपने बेटी की शादी करने का वादा किया था.

संजय ने कहा था कि वह अब छुट्टियों पर आएगा तो अपनी बेटी के लिए रिश्ता ढूंढ़ कर उसकी शादी करेगा. लेकिन अब उनका वादा अधूरा रह गया. उन्होंने यह बात अपने दोस्तों को भी बताई थी.

वहीं, शहीद संजय के गांव में लोगों का आतंकियों के प्रति आक्रोश भड़क रहा है. वह चाहते हैं कि पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों का सफाया करना चाहिए. साथ ही गांववालों ने सरकार से आग्रह करते हुए कहा है कि उनके परिवार को पूरा सहयोग करना चाहिए. साथ ही सीएम नीतीश कुमार से शहीद परिवारों से मिलने का आग्रह किया गया है.