किशनगंज के शिक्षा विभाग का कमाल, मृत और रिटायर शिक्षकों की लगा दी ड्यूटी
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किशनगंज के शिक्षा विभाग का कमाल, मृत और रिटायर शिक्षकों की लगा दी ड्यूटी

बकरीद पर धार्मिक स्थलों की सुरक्षा में मृत और रिटायर शिक्षकों की ड्यूटी शिक्षा विभाग ने लगायी है. ड्यूटी में तैनात शिक्षकों के गैरहाजिर होने पर कार्रवाई का अल्टीमेटम भी दिया गया है.

शिक्षा विभाग ने मृत और रिटायर शिक्षकों की लगायी ड्यूटी (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Kishanganj: किशनगंज में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आयी है. यहां शिक्षा विभाग के अफसरों और बाबुओं ने सालों पहले मर चुके और रिटायर हो चुके शिक्षकों का नाम ड्यूटी रोस्टर में डाल दिया है. किशनगंज में शिक्षा विभाग अपने कर्मचारियों से काम लेने में इतना गंभीर रुख रखता है की वो मरने के बाद भी शिक्षकों से काम लेने में पीछे नहीं हटता, तभी तो बकरीद के दिन विधि-व्यवस्था बनाने को लेकर मृत और रिटायर शिक्षकों की भी ड्यूटी लगा दी गयी है. इतना ही नहीं ड्यूटी पर तैनात शिक्षकों को गैरहाजिर होने पर कार्रवाई का अल्टीमेटम भी दिया गया है. 

किशनगंज प्रखंड विकास पदाधिकारी के कार्यालय से कुल 214 शिक्षकों को ईद उल अजहा यानी बकरीद के मौके पर जिले की विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले के विभिन्न धार्मिक स्थलों में प्रतिनियुक्ति आदेश जारी किया गया है. BDO के दफ्तर से 20 जुलाई को पत्रांक संख्या 949 के तहत शिक्षकों की सूची जारी की गयी. इस सूची के मुताबिक 214 में से 11 ऐसे शिक्षक हैं, जो अब सेवा के लिए उपलब्ध नहीं है. इनमें से 6 शिक्षक सेवानिवृत्त हो चुके हैं, जबकि 5 शिक्षकों की सालों पहले मौत हो चुकी है.

BDO दफ्तर से जारी सूची में किशनगंज के रुईधासा भाटिया बस्ती स्थित हनुमान मंदिर में तैनात राम कुमार दास का नाम शामिल है. जो सालों पहले दुनिया छोड़कर जा चुके हैं. शिक्षक सियानंद पासवान, बलदेव मालाकार, दीपक बोसक और शिक्षिका अनामिका की भी मौत हो चुकी है, लेकिन सूची के मुताबिक वो ड्यूटी पर तैनात रहेंगे.

वहीं, शिक्षक शिव शंकर राम, हरि प्रसाद यादव, सुनील कुमार चौधरी, रथीन्द्र नाथ, तारकेश्वर प्रसाद सिंह, ओम प्रकाश हांसदा रिटायर हो चुके हैं, लेकिन इन सभी को ड्यूटी पर मौजूद रहने को कहा गया है.

मामले के तूल पकड़ने पर जब अनुमंडल पदाधिकारी से बात की गयी, तो उन्होंने बताया की  शिक्षकों की सूची, शिक्षा विभाग की ओर से प्रखंड विकास पदाधिकारी को सौंपी गयी थी. अब एसडीएम शाहनवाज़ अहमद नियाजी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए शिक्षा विभाग को नोटिस भेजने की बात कही है. शिक्षा विभाग की इस लापरवाही ने सभी को सकते में डाल दिया है. साथ ही ये सवाल भी खड़ा हो गया है कि यदि किसी कारण से मौके पर विधि-व्यवस्था खराब होती है, तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी.

RAJENDRA MALVIYA, NEWS DESK

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