भाजपा में शामिल होने के 2 साल के भीतर केंद्र में मंत्री बनी अन्नपूर्णा देवी
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar937374

भाजपा में शामिल होने के 2 साल के भीतर केंद्र में मंत्री बनी अन्नपूर्णा देवी

मोदी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में 43 नये मंत्रियों में आज जिन सात महिला नेताओं को स्थान मिला उनमें झारखंड में कोडरमा की सांसद अन्नपूर्णा देवी भी शामिल हैं.

केंद्र में मंत्री बनी अन्नपूर्णा देवी

Ranchi: केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रिपरिषद विस्तार (Narendra Modi Cabinet Expansion) में राज्य मंत्री के तौर पर शामिल कोडरमा की सांसद (Koderma MP) अन्नपूर्णा देवी (Annapurna Devi) कभी राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेहद करीबी मानी जाती थीं और वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों के ठीक पहले राजद के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़कर भाजपा में शामिल होने का उन्हें भारी पुरस्कार दिया गया. पहले तो उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया और आज मोदी मंत्रिपरिषद में शामिल कर लिया गया.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रिपरिषद् विस्तार में 43 नये मंत्रियों में आज जिन सात महिला नेताओं को स्थान मिला उनमें झारखंड में कोडरमा की सांसद अन्नपूर्णा देवी भी शामिल हैं. अन्नपूर्णा देवी ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राजद को छोड़ भाजपा में शामिल होकर सभी को चौंका दिया था. लोकसभा चुनाव जीतने के बाद से सांसद अन्नपूर्णा देवी का कद भाजपा में लगातार बढ़ता रहा. चुनाव जीतने के बाद झारखंड विधानसभा चुनावों के परिणाम आने के बाद भाजपा के केन्द्रीय संगठन में परिवर्तन के दौरान पहले उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और हरियाणा का सह प्रभारी भी बनाया गया.

अन्नपूर्णा देवी ने रांची विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर किया है और वह 51 वर्ष की हैं. सांसद अन्नपूर्णा का विवाह रमेश प्रसाद यादव से हुआ था। रमेश प्रसाद यादव वर्ष 1998 में एकीकृत बिहार के मंत्री रह चुके थे लेकिन, रमेश प्रसाद यादव के निधन के बाद वर्ष 1999 में अन्नपूर्णा देवी ने विधानसभा का उपचुनाव लड़ा और पहली बार में ही विधायक बन गयीं.  इसके एक साल बाद ही विधानसभा चुनाव में अन्नपूर्णा ने पुनः जीत दर्ज की.

दूसरी बार विधानसभा चुनाव जीतने पर उन्हें बिहार सरकार में मंत्री बनाया गया था. अलग झारखंड राज्य बनने के बाद अन्नपूर्णा देवी ने वर्ष 2005 और 2009 में विधानसभा का चुनाव जीता. इसके बाद वर्ष 2013 में तत्कालीन हेमंत सोरेन सरकार में राजद कोटे से जल संसाधन मंत्री बनीं. हालांकि, इसके एक साल बाद वर्ष 2014 में उन्हें कोडरमा से ही विधानसभा चुनाव में हार का सामना भी करना पड़ा था. 

वर्ष 2019 में राजद छोड़ भाजपा का दामन थामने वाली अन्नपूर्णा देवी 2019 के लोकसभा चुनाव में झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को लगभग साढ़े चार लाख मतों से हराकर सांसद बनीं. यह सांसद के रूप में अन्नपूर्णा देवी का पहला कार्यकाल है. 

(इनपुट-भाषा)

Trending news