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रांची: देश के तीसरे पुराने तकनीकी संस्थान बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का आज 69 वां स्थापना दिवस मनाया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर बीआईटी के पूर्व छात्र 1994-98 और झारखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने शिरकत की. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए छात्र से अभिभावक बनने के सफर का ज़िक्र करते हुए बीआईटी को हर सम्भव मदद का भरोसा दिलाया.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शरीक हुए बीआईटी के पूर्व छात्र मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक भावना से अवगत कराते हुए कहा कि यह अजीब सा अनुभव है कि जिसने इस परिसर में वक़्त गुज़ारा हो जो यहां का छात्र हो और यहां की वीसी उन्हें सीएम सर से संबोधित करे. उन्होंने कहा कि यह पल गौरवान्वित करने वाला भी है कि मैंने आज छात्र से लेकर अभिभावक तक का सफर तय किया.
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बीआईटी की तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य की विभिन्न संस्थानों का भी ज़िक्र करते हुए कहा कि हमारे राज्य में एचइसी है जिसने चंद्रयान के लॉन्चिंग पैड बनाया, पहला फर्टिलाइजर इंडस्ट्री भी झारखंड में है,एशिया का सबसे बड़ा स्टील कारखाना बोकारो में है,पहला और आखरी माइनिंग इंस्टिट्यूट भी यहां ही बना. ये हम सब के लिए गर्व की बात है. एचइसी का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि चंद्रयान का प्लेटफॉर्म बनाने वाला एचइसी आज बुढ़ापे के कगार पर है और उसे अपने गुज़र बसर की भी चिंता सता रही है. लेकिन, अगर प्लानिंग के साथ आगे बढ़ा जाए जैसे बीआईटी बढ़ा है तो चीज़ें बूढ़ी नहीं होती बल्कि ज़्यादा ऊर्जा के साथ काम करती हैं.
राज्य की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर दिशा में ले जाने की कोशिश को झारखंड के मुख्यमंत्री ने संस्थान की सोच बताई है. मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्तमान में 80 मॉडल स्कूल स्थापित किये गए हैं जिसमे ट्रेंड टीचर्स पदस्थापित किये जा रहे हैं ताकि शिक्षा व्यवस्था बेहतर कर राज्य के भविष्य को संवारा जा सके.
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अपने संबोधन के दौरान प्रकृति को बचाने का भी संदेश देते हुए कहा कि इस राज्य को प्रकृति ने बड़े सलीके से सजाया है. क्योंकि ज़मीन के अंदर खनिज संपदा है तो वहीं ज़मीन के ऊपर खूबसूरत वादियां. वहीं उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाना हम सब की ज़िम्मेदारी है.
इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपने कॉलेज के दिनों को याद करते हुए कहा कि कॉलेज के दिनों में समय बिताने के लिए दोस्त खोजे जाते थे लेकिन आज सब कुछ है पर वक़्त का ही आभाव है. उन्होंने कहा कि मन करता है कि इस कैम्पस में ठहरूं,फोटोग्राफी का आनंद लूं. वहीं उन्होंने बताया कि बीआईटी का एरियल व्यू बहुत ही ज़्यादा खूबसूरत है और जब भी हेलीकॉप्टर में संथाल जाता हूं यहां की तस्वीरें लेना नहीं भूलता. वहीं पर्यावरण को बचाने का संदेश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा मकसद है हरियाली बचाना इसीलिए सरकार एक पेड़ के बदले 5 यूनिट बिजली भी देती है ताकि लाभ भी मिले और जागरूकता भी हो. इस दौरान मुख्यमंत्री ने बूढ़ा पहाड़ की भी खूबसूरती का ज़िक्र किया और बताया कि कैसे उस ख़ूबसूरत वादी को नक्सल से मुक्त कराया गया है और आज इस वजह से हरियाली खुली हवा में सांस ले रही है.
Kamran Jalili