Jharkhand News: उन्होंने कहा कि समर्पण, परिश्रम और अनुशासन से कोई भी काम असंभव नहीं है. जैसा कि चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 को आखिरकार सफलतापूर्वक उतारकर भारत के वैज्ञानिकों ने कामयाबी की कहानी लिख डाली.
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रांची : विनोबाभावे विश्वविद्यालय हजारीबाग के 32वें स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन करते हुए बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल सह कुलाधिपति डा. सीपी राधाकृष्णन ने विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाया. उन्होंने कहा कि इस योग्य बनो कि विश्व में अलग पहचान हो. देश के लिए कुछ ऐसा कर जाएं कि भारत का नाम दुनिया के शिखर पर हो.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की बधाई देते हुए दुनिया के लिए प्रेरणास्रोत बताया. विभावि के विवेकानंद आडिटोरियम में रविवार को उन्होंने कहा कि समर्पण, परिश्रम और अनुशासन से कोई भी काम असंभव नहीं है. जैसा कि चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 को आखिरकार सफलतापूर्वक उतारकर भारत के वैज्ञानिकों ने कामयाबी की कहानी लिख डाली. साथ ही इस अंतरिक्ष अभियान में अन्य राष्ट्रों को पीछे छोड़ विश्व में अपनी एक अलग पहचान बनाई. नरेंद्र मोदी कोई वैज्ञानिक, डाक्टर या विशेषज्ञ नहीं थे. फिर भी कोविड-19 के दौरान अपनी अदम्य इच्छाशक्ति और वैज्ञानिकों की हौसलाआफजाई कर न सिर्फ देसी वैक्सीन तैयार करा दी, बल्कि देश में उसे नि:शुल्क हर लोगों का वैक्सीनेशन भी करा दिया.
विश्वविद्यालय सिर्फ पढ़ाई के लिए नहीं, विद्यार्थियों में पूरी मानवता के कल्याण का गुण विकसित करने की क्षमता बढ़ाने के लिए स्थापित हुआ है. खुद को कैसे विकसित करें और प्लान बनाकर कुछ सकारात्मक और अलग हटकर काम करें, इस दिशा में प्रयासरत रहें. पूरी साथ ही भूदान आंदोलन के साधक संत विनोबाभावे की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए अपने संबोधन में उनका स्मरण भी किया. विभावि के स्थापना दिवस पर आयुक्त सुमन कैथरीन किस्पोट्टा व अन्य अतिथियों ने सत्र 2020-22 के 20 और 2021-23 के 19 पीजी, वर्ष 2022 के साथ वोकेशनल कोर्स के टापरों को सम्मानित किया जाएगा. वहीं 25 शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मियों के साथ सेवानिवृत्त शिक्षकों कै सम्मानित किया.
इनपुट- यादवेंद्र मुन्नू