पश्चिम सिंहभूम जिला पुलिस कप्तान आशुतोष शेखर ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बंदगांव थाना क्षेत्र के जिकिलता, कोनसिया और हुवांगडीह के जंगली क्षेत्र में पीएलएफआई उग्रवादी सक्रिय हैं.
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रांची : माओवादी बंदी के दौरान पश्चिम सिंहभूम जिले के बंदगांव में पुलिस और पीएलएफआई उग्रवादियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई है. इस मुठभेड़ में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन पुलिस ने सफलता हासिल करते हुए पीएलएफआई उग्रवादियों को हथियार समेत अन्य सामग्रियों को जब्त कर लिया है.
पुलिस ने सीआरपीएफ के साथ मिलकर सफल बनाया सर्च ऑपरेशन
पश्चिम सिंहभूम जिला पुलिस कप्तान आशुतोष शेखर ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बंदगांव थाना क्षेत्र के जिकिलता, कोनसिया और हुवांगडीह के जंगली क्षेत्र में पीएलएफआई उग्रवादी सक्रिय हैं. इस सूचना पर पुलिस ने शनिवार रात को इलाके में सीआरपीएफ के साथ मिलकर सर्च ऑपरेशन चलाया. इस सर्च ऑपरेशन के दौरान शनिवार रात 10 से 11 बजे के बीच पुलिस की सीधी भिडंत पीएलएफआई उग्रवादी के दस्ते के साथ हो गई. पीएलएफआई उग्रवादियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. आत्मरक्षा में पुलिस ने भी फायरिंग की.
पुलिस और उग्रवादियों के बीच चली 15 मिनट गोली
बता दें कि 15 मिनट तक दोनों तरफ से रुक-रुक कर फायरिंग हुई. इस दौरान 30 से 35 राउंड गोलियां चली. पुलिस की जवाबी कार्रवाई से पस्त हुए पीएलएफआई उग्रवादी जंगल का फायदा उठाकर भाग खड़े हुए. जिसके बाद पुलिस ने आगे जाकर एरिया को कोडन कर सर्च किया तो उग्रवादियों द्वारा छोड़ा गया हथियार गोली समेत अन्य सामग्री बरामद हुई. बरामद किये गए हथियारों में रायफल, मैगजीन, चार जिन्दा गोली, टोर्च और दैनिक उपयोग के सामान शामिल हैं. मुठभेड़ में शामिल सुरक्षाबलों में चक्रधरपुर के एएसपी कपिल चौधरी, सीआरपीएफ 94 बटालियन के मृत्युंजय कुमार सहित सुरक्षाबल के अन्य जवान मौजूद थे.
इनपुट - आनंद प्रियदर्शी
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