Jharkhand Tribal Festival 2022: झारखंड जनजातीय महोत्सव 2022 का बुधवार को समापन हुआ. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस कार्यक्रम शामिल हुए.
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रांची: राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में चल रहे झारखंड जनजातीय महोत्सव 2022 का बुधवार को समापन हुआ. इस मौके पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत तमाम मंत्री और विधायक इस कार्यक्रम शामिल हुए. छत्तीसगढ़ के सीएम का 150 नगाड़ा बजाकर गर्मजोशी से स्वागत किया गया. इस दौरान झारखंड कांग्रेस प्रदेश राजेश ठाकुर, झारखंड के मंत्री मिथिलेश ठाकुर, मंत्री बन्ना गुप्ता, मंत्री चंपई सोरेन, मंत्री हाफिज हुसैन, मंत्री जोभा मांझी समेत कई लोगों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का स्वागत किया. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और झारखंड के मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्वलित कर समापन समारोह की शुरुआत किया.
जनजातीय महोत्सव आगाज होते ही बारिश शुरू
इस मौके पर हेमंत सोरेन ने कहा कि एक लंबे समय के बाद पहली बार राज्य में जनजातीय महोत्सव का आयोजन हुआ. राज्य के विभिन्न जिलों से लोग यहां उपस्थित हुए हैं. इसके अलावा राज्य के अलग-अलग हिस्सों से प्रतिनिधि या कलाकार आए हैं, जो इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी भूमिका अदा कर रहे हैं. कुछ दिन पहले राज्य के अंदर चिंता थी कि राज्य में सुखाड़ की स्थिति बन गई है और किसानों की भी चिंता है बढ रही थी. कई जगहों से मुझे संदेश आ रहा था कि बारिश नहीं होने के कारण किसानों के लिए आने वाला समय काफी मुश्किल होने वाला है, लेकिन जनजातीय महोत्सव आगाज होते ही, उसी दिन से राज्य में बारिश शुरू हो गया.
भूपेश बघेल ने दी सीएम सोरेन को जन्मदिन की बधाई
वहीं भूपेश बघेल ने कहा कि 9 अगस्त को हम सभी महापुरुषों को याद करते हैं. झारखंड और छत्तीसगढ़ के कई महापुरुषों में देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी थी. मैं सभी को नमन करता हूं. 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के दिन झारखंड में छुट्टी घोषित किया गया. छत्तीसगढ़ सरकार ने भी 9 अगस्त को सरकारी छुट्टी घोषित किया है. छत्तीसगढ़ और झारखंड पूरे देश को ऑक्सीजन देती है, कोयला देती है. इसके अलावा भूपेश बघेल ने सीएम हेमंत सोरेन को जन्मदिन की बधाई दी.
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झारखंड सोने की चिड़िया
मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि कैसे आदिवासियों की संस्कृति परंपरा को बचाए रखना और कैसे से मजबूत करना उसके तहत झारखंड के युवा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आदिवासी दिवस पर झारखंड जनजातीय कार्यक्रम का आयोजन किया . वहीं मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री को बहुत धन्यवाद देता हूं कि झारखंड और छत्तीसगढ़ के रिश्ते को मजबूत करने का यह कदम बढ़ाया है. झारखंड सोने की चिड़िया है मगर यह सबसे पीछे रह गया.