कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि जिन लोगों को दिमागी बीमारी हो गई है, मैं अपने स्वास्थ्य मंत्री से कहूंगा कि सभी को सुरेंद्र सिंह से दिखाने का काम करें.
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रांचीः झारखंड में इन दिनों विधायकों के दलबदल का मामला काफी सुर्खियां बटोर रहा है. इसी बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा के बयान पर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा से नाराज उनके 16 विधायक झारखंड मुक्ति मोर्चा के संपर्क में हैं. सभी ने कहा कि हम लोगों को एक ग्रुप की तरह अपनी पार्टी में शामिल कर लें. इन 16 विधायकों की मॉनिटरिंग भाजपा के एक वरिष्ठ विधायक कर रहे हैं. जल्दी ही सभी झारखंड मुक्ति मोर्चा के समर्थन में होंगे. इन लोगों में कईयों को पार्टी बदलने का अनुभव है. उन लोगों का प्रस्ताव है कि 16 लोग पार्टी को समर्थन देंगे. हम लोग भी विचार कर रहे हैं कि सभी को अपनी पार्टी में जोड़ा जाए.
कांग्रेस ने भी की टिप्पणी
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि जिन लोगों को दिमागी बीमारी हो गई है, मैं अपने स्वास्थ्य मंत्री से कहूंगा कि सभी को सुरेंद्र सिंह से दिखाने का काम करें. विधायक आते रहेंगे जाते रहेंगे भारतीय जनता पार्टी जिस एजेंडे पर काम कर रही है, वह करती रहे उसका एजेंडा कभी पूरा नहीं होने वाला है. वहीं, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस टूट रही है. विधायक भाग रहें हैं. कोई विधायक हरियाणा तो कोई विधायक दिल्ली में, यह बातें गलत हैं. जिस डाल पर दाने, 4 लगे लोग निशाने उसी पर लगाते हैं. जिस पेड़ पर फल फलता है, उसी पर बच्चे पथराव करते हैं. भाजपा मुंगेरीलाल के सपने देख रही है तो इसमें हमारा क्या दोष है.
भाजपा ने किया पलटवार
झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है. भजपा प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा के 16 विधायकों को छोड़कर झामुमो अपने पूरी पार्टी के अस्तित्व की चिंता करें, जो कि भ्रष्टाचार के कारण समाप्ति के कगार पर है. लूट और खसोट के आधार पर राजनीति करने वाले लोग सिर्फ झूठ और भ्रम फैलाने का सहारा लेते हैं और इस तरह के बयान बाजी कर सुर्खियां बटोरने की कोशिश करते हैं. क्योंकि जनता के सामने तो बस भ्रष्टाचार को लेकर ही उनकी पार्टी के नेता सुर्खियों में हैं. कांग्रेस अपनी हस्तियों को बचाने का प्रयास करे. कांग्रेस के 11 विधायक क्रॉस वोटिंग करते हैं और पार्टी दूसरों पर सवाल खड़ा करती है. अपने घर के सदस्य पर विश्वास नहीं.
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