टोक्यो ओलंपिक (महिला हॉकी): झारखंड को बेटियों को मिली निराशा, जर्मनी ने दी मात
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टोक्यो ओलंपिक (महिला हॉकी): झारखंड को बेटियों को मिली निराशा, जर्मनी ने दी मात

खेलों के महाकुंभ में भारतीय महिला हॉकी टीम को लगातार दूसरी बार हार का सामना करना पड़ा है.  पूल ए के मैच में रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता जर्मनी ने उसे 2-0 से मात दी. 

भारत को मिली हार (फाइल फोटो)

Ranchi: खेलों के महाकुंभ में भारतीय महिला हॉकी टीम को लगातार दूसरी बार हार का सामना करना पड़ा है.  पूल ए के मैच में रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता जर्मनी ने उसे 2-0 से मात दी. 

पहले मैच में दुनिया की नंबर एक टीम नीदरलैंड के हाथों 1-5 से हारने के बाद भारतीयों ने आज बेहतर प्रदर्शन किया था, लेकिन दुनिया की तीसरे नंबर की टीम को हराने के लिये यह काफी नहीं था. 

भारत की गुरजीत कौर ने तीसरे क्वार्टर में पेनल्टी स्ट्रोक पर गोल करने का मौका भी गंवाया.जर्मनी के लिये कप्तान निकी लौरेंज ने 12वें और अन्ना श्रोडेर ने 35वें मिनट में गोल किये. भारत का सामना बुधवार को ब्रिटेन से होगा. 

बता दें कि टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic) के लिए घोषित भारतीय महिला हॉकी टीम (Indian Women's Hockey Team) में झारखंड की दो बेटियां ने अपनी जगह बनाई है. इस टीम में प्रतिभावान खिलाड़ी निक्की प्रधान व सलीमा टीटी को जगह मिली है.निक्की प्रधान भारत के लिए हॉकी खेलने वाली झारखंड की छठी खिलाड़ी हैं. उनसे पहले जयपाल सिंह मुंडा (1928), माइकल किडो (1972), सिल्वनस डुंगडुंग (1980), अजित लकड़ा (1992) और मनोहर टोपनो (1984) जैसे महान खिलाड़ी भी टीम इंडिया में जगह बना चुके हैं. 

 

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