Vinayak Chaturthi 2023: व्रत का समय रात 10:30 बजे से शुरू होकर अगले दिन रात 8 बजे तक रहेगा. इस समय में गणपति की पूजा की जाती है और उन्हें मिठा, फल, पुष्प और दीपों के साथ प्रसन्न किया जाता है.
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Margashirsha Vinayak Chaturthi 2023 : मार्गशीर्ष माह में विनायक चतुर्थी का व्रत हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखता है. इस मास में इस व्रत को अद्वितीय महत्व दिया जाता है, जो गणपति बप्पा के प्रिय भक्तों के लिए अत्यंत शुभकारी होता है. विनायक चतुर्थी का व्रत रिद्धि-सिद्धि, बुद्धि के दाता भगवान गणेश को प्रसन्न करने का एक अद्वितीय तरीका है.
मार्गशीर्ष विनायक चतुर्थी 2023 डेट
आचार्य मदन मोहन के अनुसार बता दें कि इस वर्ष मार्गशीर्ष विनायक चतुर्थी 16 दिसंबर को है. यह विशेषकर इस वर्ष की आखिरी विनायक चतुर्थी होगी. व्रत का समय रात 10:30 बजे से शुरू होकर अगले दिन रात 8 बजे तक रहेगा. इस समय में गणपति की पूजा की जाती है और उन्हें मिठा, फल, पुष्प और दीपों के साथ प्रसन्न किया जाता है.
मार्गशीर्ष विनायक चतुर्थी का महत्व
आचार्य मदन मोहन का कहा है कि इस विशेष व्रत का महत्व बहुत उच्च है. भक्तिभाव से इस व्रत का पालन करने से सभी समस्याएं दूर होती हैं और भगवान गणेश की कृपा से जीवन में सफलता मिलती है. विनायक चतुर्थी को वरद विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है, क्योंकि इस दिन भगवान वरदन देने वाले होते हैं. इस व्रत का महत्व यहां यह भी है कि जिन लोगों के पास ज्ञान और धैर्य के गुण होते हैं, वे जीवन में उन्नति करते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इसलिए, इस विशेष मार्गशीर्ष माह की विनायक चतुर्थी के दिन विशेष रूप से भगवान गणेश की पूजा और व्रत का पालन किया जाता है.
इस विशेष दिन में व्रत का समय और मुहूर्त का ध्यान रखते हुए, भक्त श्रद्धापूर्वक भगवान गणेश की पूजा करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. इस विशेष दिन को ध्यान में रखते हुए विनायक चतुर्थी का व्रत करना सभी को धन, सुख और समृद्धि की प्राप्ति में सहायक हो सकता है.
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