शख्स ने तेजाब फेंक पत्नी, साली-बेटे को सुलाई मौत की नींद, न्याय के लिए तरस रहे परिजन
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शख्स ने तेजाब फेंक पत्नी, साली-बेटे को सुलाई मौत की नींद, न्याय के लिए तरस रहे परिजन

मृतिका के भाई ने कहा कि पुलिस से अब भरोसा उठ गया है. क्योंकि इलाज के दौरान अन्य परिवारों को भी जान मारने की धमकी दी जा रही है.

शख्स ने तेजाब फेंक पत्नी, साली-बेटे को सुलाई मौत की नींद. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

पटना: बिहार के जहानाबाद में मुन्ना कुमार ने पत्नी, शाली समेत अपने दो साल के मासूम बच्चे के शरीर पर तेजाब फेंककर मौत के घाट उतार दिया और फिर फरार हो गया. दरअसल जहानाबाद जिले के मखदुमपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले स्व कोमल यादव ने अपने पुत्री की शादी आठ वर्ष पहले बड़े धूमधाम से मुन्ना कुमार से की थी.

मुन्ना कुमार पटना के मसौढ़ी चुल्हाई चक थाना क्षेत्र के निवासी हैं और जो ड्राइवरी का काम किया करता है. लेकिन विवाह के बाद कुछ वर्षों तक सब कुछ ठीक-ठाक रहा. इस बीच मुन्ना को एक बेटा भी हुआ तो पूरे परिवार में खुशी की लहर दौर गई.

इसी बीच आरोपी मुन्ना कुमार ने अपनी शाली से शादी करने की जिद ठान लिया. इस बाबत घर के लोगों ने समझाने की कोशिश भी की. लेकिन मुन्ना मानने को तैयार नही था. इसके कारण कई बार मुन्ना ने पत्नी को मारपीट कर जबरन बहन से शादी कराने के लिए दबाब भी बनाया. लेकिन सनकी दामाद कुछ भी सुनने को तैयार नहीं था.

वहीं, पिछले महीने 9 अगस्त को आरोपी मुन्ना कुमार ने घर मे सोई पत्नी रिंकी देवी, शाली पूनम कुमारी,और बेटे वरुण कुमार जो दो वर्ष का था, उन तीनों पर एसिड फेंककर घर में आग लगा दिया और मौके से फरार हो गया. आग की लपटें देखकर घर के लोग जब तक कुछ समझ पाते तब तक तीनों गंभीर रूप से झुलस चुके थे.

आनन-फानन में नजदीक के अस्पताल ले जाया गया जहां दो साल के बच्चे वरुण की इलाज के दौरान मौत हो गई.और अन्य दोनो महिलाओँ को गंभीर हालत में पटना के पीएमसीएच (PMCH) रेफर कर दिया. जहां पीएमसीएच में कई दिनों तक इलाज चलने के बाद आरोपी की पत्नी रिंकी देवी की मौत हो गई. उसके बाद पूनम कुमारी की हालत में भी सुधार नहीं दिख रहा था. 

इलाज चलने के दौरान पूनम कुमारी की भी मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया. वहीं, घटना के दिन छत पर सोए मृतिका के चेचेरे भाई ने मनीष कुमार ने बताया की घटना के दिन मुन्ना कुमार को भागते देखा गया था. पकड़ने की कोशिश भी की गई लेकिन आग की लपटें देखकर पहले बचाने की कोशिश की गई. 

इसी बीच मखदुमपुर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची. लेकिन स्थिति नाजुक देखकर परिजनों को पहले इलाज कराने की सलाह देकर पटना भेज दिया. जहां इलाज के दौरान अलग-अलग समय में तीनों की मौत हो गई. वहीं, पीड़ित पक्ष कहना है कि कई बार पुलिस के वरीय पदाधिकारी से भी मिला लेकिन न तो आरोपी की गिरफ्तारी हुई और न ही कोई कार्रवाई हुई. इसी बीच जहानाबाद एसपी मनीष कुमार तबादला हो गया और केस ठंडे बस्ते में डाल दिया. लेकिन पीड़ित परिजनो की उम्मीद तब जगी जब एसपी के पद पर एक महिला अधिकारी पहुंची. 

इसको लेकर एसपी मीनू कुमारी को घटना की जानकारी दी गई. लेकिन फिर भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी. वहीं, मृतिका के भाई ने कहा कि पुलिस से अब भरोसा उठ गया है. क्योंकि इलाज के दौरान अन्य परिवारों को भी जान मारने की धमकी दी जा रही है. हमारी मांग है कि ऐसे हैवान को जल्द पुलिस गिरफ्तार करे और फांसी की सजा दी जाए ताकि हमें न्याय मिल सके.

वहीं, एसपी मीनू कुमारी ने कहा कि घटना के बाद छापेमारी की गई थी. लेकिन आरोपी फरार है. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी और दो दिन पहले ही आरोपी को पकड़ने के लिए शहर में इस्तेहार चस्पा कराया गया. साथ ही न्यायालय से कुर्की जप्ती की आदेश लेकर जल्द ही कुर्की की जाएगी.

एसपी ने कहा कि एसिड अटैक (Acid Attack) को लेकर पीड़िता के परिजनों के लिए सरकार के द्वारा मुआवजे की राशि के लिए भी न्यायायल से गुहार लगाई जाएगी और जल्द ही पीड़ित परिजनों को न्याय दिलाया जाएगा.