तेजप्रताप यादव की फरमाइश पर RJD ऑफिस में दंगल, पहलवानों ने की कुश्ती
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तेजप्रताप यादव की फरमाइश पर RJD ऑफिस में दंगल, पहलवानों ने की कुश्ती

तेजप्रताप यादव की डिमांड पर पहलवान कभी उन्हें अपनी बॉडी दिखाते तो कभी ताकत का नमूना पेश करते. 

आरजेडी ऑफिस में पहलमानों ने की कुश्ती.

पटना : राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव अपने अलग अंदाज के लिए जाने जाते हैं. कभी साइकिल चलाते, कभी जिम में बॉडी बिल्डिंग करते, कभी बांसुरी बजाते तो कभी जलेबी छानते हुए कई बार देखे गए हैं. 26 जनवरी को उन्होंने पार्टी कार्यालय में पहलवानों का दंगल करवा दिया. पांच पहलवानों ने तेजप्रताप के सामने पहलवानी का नमूना पेश किया.

तेजप्रताप यादव 26 जनवरी को आरजेडी ऑफिस पहुंचे, तो उनसे मिलने कुछ पहलवान आ पहुंचे. तेजप्रताप की फरमाइश पर दंगल शुरू हुआ. पहलवानों ने एक-एक कर करतब दिखाया. पहलवानों ने बताया कि वे काफी लंबे समय से पहलवानी करते आ रहे हैं. आज उन्हें तेजप्रताप के सामने अपनी पहलवानी का नमूना पेश करने का मौका मिला है, जिसको लेकर वे उत्साहित हैं. 

तेजप्रताप यादव की डिमांड पर पहलवान कभी उन्हें अपनी बॉडी दिखाते तो कभी ताकत का नमूना पेश करते. पहलवानों ने उन्हें कुश्ती भी दिखाई. इस दौरान पहलवानों ने चुनौती दी कि कोई है तो उनसे लड़े. इतना कहते ही तेजप्रताप ने आरजेडी के मजबूत साथियों की खोज शुरू कर दी. पहले रामइकबाल को याद किया गया, लेकिन वे इन पहलवानों से भिड़ने के लिए तैयार नहीं हुए. इसके बाद पहलवानी देख रहे आरजेडी कार्यकर्ताओं को तेजप्रताप ने आदेश दिया कि वे भिड़ें. तेजप्रताप के आदेश के बाद कार्यकर्ता जैसे ही आगे आए कि पहलवान ने उन्हें चित कर दिया.

अपने कार्यकर्ताओं में कुश्ती को लेकर हिचक देख तेजप्रताप ने कहा कि आरजेडी का सिपाही होकर डरता है तो कैसे काम चलेगा. उनके पीछे खड़े अपने खास आदमी को तेजप्रताप ने पहलवानों से भिड़ने के लिए कहा. उसे हिचकिचाता देख 'साहब' की बात नहीं मानने का आरोप लगाया. मजबूरी में वह शख्स जैसे ही आगे आया पहलवान ने उसे भी बुरी तरह चित कर दिया.

तेजप्रताप पहलवानों के प्रदर्शन से काफी खुश हुए. पहलवानों को इनाम भी दिया गया. लेकिन पहलवानों को राशि कम लगी. उन्होंने पांच हजार रुपये की मांग कर दी. साथ ही बेरोजगारी का हवाला देते हुए नौकरी की भी मांग कर दी. तेजप्रताप ने पहलवानों को उनकी डिमांड के मुताबिक पैसे दे दिए. साथ ही एक पहलवान का नंबर भी रखवा लिया. उन्होंने भरोसा दिया कि आगे उन्हें अपनी कला प्रदर्शन के और भी मौके दिए जाएंगे, जिससे कि उनका गुजारा चलता रहे.