Ashish Shelar: सीटों का विभाजन कैसे होगा? इसका फॉर्मूला क्या होगा? इस तरह के उठ रहे सवालों के बीच भाजपा की मुंबई इकाई के अध्यक्ष आशीष शेलार ने एक कार्यक्रम में दावा किया कि महायुति सहयोगियों के बीच केवल 80 सीटों को लेकर बंटवारा होना है.
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Maharashtra Vidhan Sabha Chunav: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नवंबर में होने की संभावना है. मौजूदा सत्तारूढ़ महायुति (गठबंधन) सरकार में भाजपा के अलावा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उप मुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) शामिल है. गठबंधन ने अभी तक महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए सीट बंटवारे की औपचारिक घोषणा नहीं की है.
सीटों का विभाजन कैसे होगा? इसका फॉर्मूला क्या होगा? इस तरह के उठ रहे सवालों के बीच भाजपा की मुंबई इकाई के अध्यक्ष आशीष शेलार ने बुधवार को मीडिया से जुड़े कार्यक्रम में दावा किया कि महायुति सहयोगियों के बीच केवल 80 सीटों को लेकर बंटवारा होना है. शेलार ने कहा, ‘‘हमारे पास 208 विधायकों का समर्थन है. इसलिए उन सीटों पर चर्चा करने की कोई जरूरत नहीं है. हम शेष 80 सीट के बंटवारे को लेकर बातचीत करेंगे.’’
राज्य के पूर्व मंत्री शेलार ने यह दावा भी किया कि विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) टूट जाएगा.एमवीए में कांग्रेस, शरद पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी-एसपी) और उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (यूबीटी) शामिल हैं.
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इसी कार्यक्रम में एमवीए की तरफ से शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि उनके पिता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मौजूदा समय में राज्य का ‘‘सबसे अधिक स्वीकार्य चेहरा’’ हैं. आदित्य ठाकरे का बयान ऐसे समय आया है जब कांग्रेस नेताओं ने इस बात की ओर इशारा किया है कि मुख्यमंत्री का पद गठबंधन में हमेशा उस दल को जाता है जिसके पास सबसे अधिक सीट होती हैं. मीडिया कार्यक्रम के एक सत्र में हिस्सा लेते हुए आदित्य ने कहा कि उनके पिता ‘‘महाराष्ट्र के अग्रणी नेताओं में हैं जो राज्य का नेतृत्व कर सकते हैं.’’
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आदित्य से जब पूछा गया कि शिवसेना (यूबीटी) क्या करेगी अगर कांग्रेस को राज्य विधानसभा चुनाव में अधिक सीट मिलती हैं? जवाब में उन्होंने कोरोना वायरस महामारी के दौरान उनके पिता के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा किए गए कार्यों का संदर्भ देते हुए कहा कि गत कुछ दशक में यह सबसे बेहतरीन सरकार थी.
आदित्य ने कहा, ‘‘आज भी वह सबसे स्वीकार्य चेहरा हैं. यदि आप महाराष्ट्र के अंदरूनी इलाकों, महाराष्ट्र के कृषि क्षेत्रों में जाएंगे और (लोगों से पूछेंगे) तो वे आपको बताएंगे कि उद्धव बालासाहेब ठाकरे एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जो हमारे सबसे कठिन समय में हमारे साथ खड़े रहे.’’ उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री के तौर पर पेश करने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘यदि आज कोई ऐसा व्यक्ति है जो राज्य के लोगों को एकजुट कर सक्षम तरीके से नेतृत्व कर सकता है, तो हां, उद्धव बालासाहेब ठाकरे उन अग्रणी लोगों में से एक हैं जो महाराष्ट्र का नेतृत्व कर सकते हैं क्योंकि हम ऐसा व्यक्ति चाहते हैं जो महाराष्ट्रियन गौरव की बात करे.’’
आदित्य ने कहा, ‘‘आज की स्थिति में यदि आप मुझसे पूछें कि क्या आप उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाएंगे? मुझे लगता है कि यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम कैसा प्रदर्शन करते हैं.’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘एमवीए में हमारी स्पष्ट समझ है. हम पद के लिए नहीं लड़ रहे हैं. हम मुख्यमंत्री पद या स्वार्थी उद्देश्यों के लिए नहीं लड़ रहे हैं, यही वजह है कि भाजपा ने हमारे साथ अपना गठबंधन तोड़ दिया. हम महाराष्ट्र के गौरव के लिए लड़ रहे हैं, जो भाजपा के कुशासन के कारण खो गया है.’’
(इनपुट: एजेंसी भाषा के साथ)