NSE Phone Tapping Case: प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मंगलवार को संजय पांडे को 16 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. मामले में संजय पांडे को जमानत नहीं मिली.
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CBI Arrested Sanjay Pandey: मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडे को फोन टैपिंग मामले में सीबीआई गिरफ्तार कर लिया है. पहले उन्हें ईडी ने गिरफ्तार किया था और वे न्यायिक हिरासत में थे. ईडी द्वारा संजय पांडे को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज कर्मचारियों की कथित अवैध फोन टैपिंग से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किया गया था. अब इसी मामले में सीबीआई ने भी पूर्व पुलिस कमिश्नर को गिरफ्तार किया है. इसी मामले में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की सीईओ और पूर्व निदेशक रवि नारायण और भी गिरफ्तार हो चुके हैं.
अदालत ने सीबीआई रिमांड पर भेज दिया
दरअसल, पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडे को दिल्ली की एक अदालत ने चार दिन की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है. कोर्ट ने कहा कि सीबीआई के पास जांच आगे बढ़ाने के लिए पर्याप्त आधार हैं. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूर्व प्रमुख चित्रा रामकृष्ण और मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडे के खिलाफ 14 जुलाई को पीएमएल के तहत मामला दर्ज किया था. इन तीनों के खिलाफ पहले सीबीआई ने मामला दर्ज किया था.
पहले से ही न्यायिक हिरासत में थे संजय पांडे
वहीं प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मंगलवार को संजय पांडे को 16 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. इसी मामले में गुरुवार को दिल्ली की एक अदालत ने संजय पांडे को जमानत देने से इनकार कर दिया था. विशेष न्यायाधीश सुनेना शर्मा ने पूर्व पुलिस अधिकारी की जमानत अर्जी खारिज कर दी थी.
मामले में सीबीआई मार चुकी है छापा
मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर जांच एजेंसी ने मामला दर्ज किया था. पहले सीबीआई ने सीबीआई के मुंबई स्थित मुख्यालय में पांडे का बयान दर्ज किया था. पूछताछ के बाद उन्हें जाने दिया गया था. इसके बाद सीबीआई ने मामले के सिलसिले में मुंबई, पुणे और देश के कई अन्य हिस्सों में भी छापेमारी की थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संजय पांडे ने साल 2001 में पुलिस सेवा से इस्तीफा दिया था. हालांकि, उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया था. इसके बाद उन्होंने एक आईटी कंपनी की शुरुआती की थी. लेकिन, कुछ समय बाद पुलिस सेवा दोबारा ज्वाइन कर ली थी. वहीं, अपने बेटे को कंपनी का डायरेक्टर बना दिया था. साल 2010 से 2015 के बीच आईजेक सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को एनएसई सर्वर और सिस्टम सिक्योरिटी से जुड़ा ठेका दिया गया था.
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