चुनावनामा 1984: राजनीति की बॉलीबुड की हुई इंट्री, INC की टिकट पर अभिताभ और दत्त बने सांसद
लोकसभा चुनाव 2019 की बात करें तो मतदाताओं को अपने पक्ष में खड़ा करने के लिए न केवल कांग्रेस, बल्कि बीजेपी भी बॉलीबुड अभिनेता-अभिनेत्रियों का सहारा ले रही हैं. चुनावनामा में आज हम उस अभिनेता-अभिनेत्रियों की चर्चा कर रहे हैं, जिसका नाम राजनीति में इंट्री करने वाले पहले बॉलीबुड अभिनेता -अभिनेत्री के तौर पर दर्ज है
नई दिल्ली: भारतीय राजनीति में समय के साथ बॉलीबुड का दबदबा लगातार बढ़ता जा रहा है. सत्ता के समीकरण को अपने पक्ष में लाने के लिए राजनीतिक दल लगातार बॉलीबुड के अभिनेता और अभिनेत्रियों को चुनावी दंगल में उतार रहे हैं. मौजूदा, लोकसभा चुनाव 2019 की बात करें तो मतदाताओं को अपने पक्ष में खड़ा करने के लिए न केवल कांग्रेस, बल्कि बीजेपी भी बॉलीबुड अभिनेता-अभिनेत्रियों का सहारा ले रही हैं. इस लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी ने बॉलीबुड से हेमा मालिनी, सनी देओल और रवि किशन सरीके अभिनेता-अभिनेत्रियों को अपना उम्मीदवार बनाया है, वहीं कांग्रेस की तरफ से उर्मिल मातोडकर, राज बब्बर और शत्रुघन सिन्हा चुनावी मैदान में हैं. चुनावनामा में आज हम उस अभिनेता-अभिनेत्रियों की चर्चा कर रहे हैं, जिसका नाम राजनीति में इंट्री करने वाले पहले बॉलीबुड अभिनेता -अभिनेत्री के तौर पर दर्ज है.
अतीत के पन्नों को पलटें तो पता चलता है कि बॉलीबुड को राजनीति में इंट्री देने का पहला श्रेय कांग्रेस को जाता है. यह दौर 1984 के लोकसभा चुनाव का था. कुछ महीने पहले ही तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके ही अंगरक्षकों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इंदिरा गांधी के बाद देश की बागड़ोर उनके बेटे राजीव गांधी के पास चली गई. 1984 में राजीव गांधी पहली बार अपने जीवन का लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे थे. इसी चुनाव में राजीव गांधी अपने बचपन के दोस्त और सुपरस्टार अमिताभ बच्चन को राजनीति में लेकर आए. अमिताभ बच्चन को कांग्रेस ने इलाहाबाद सीट पर तब के कद्दावर नेता एचएन बहुगुणा के खिलाफ उतारा था. इसी तरह, उस दौर के बड़े अभिनेता सुनील दत्त और अभिनेत्री वैजयंती माला ने भी राजनीति में दस्तक दी थी. दत्त ने मुंबई की उत्तर-पश्चिम और वैजयंती माला ने तमिलनाडु की दक्षिण मद्रास सीट से चुनाव लड़ा था.
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1.87 लाख वोटों के अंतर से अभिताभ ने दर्ज की थी जीत
1984 के लोकसभा चुनाव में कई तरह के फैक्टर काम कर रहे थे. इंदिरा गांधी की हत्या के चलते पूरे देश में कांग्रेस की प्रति सहानभूति की लहर थी. देश के सामने एक युवा प्रधानमंत्री था. इस सबके अलावा, उस दौर में अमिताभ बच्चन की लोकप्रियता आज से भी कहीं अधिक थी. कांग्रेस ने अमिताभ बच्चन को लोकदल के हेमवती नंदन बहुगुणा के खिलाफ इलाहाबाद से चुनाव में उतारा था. इस चुनाव में हेमवती नंदन बहुगुणा के अतिरिक्त करीब 25 अन्य प्रत्याशी भी अमिताभ के खिलाफ खड़े थे. 1984 के इस लोकसभा चुनाव में अमिताभ बच्चन को 2,97,461 वोट मिले थे, जो कुल मतों का करीब 68 फीसदी था. वहीं, इस चुनाव में हेमवती नंदन बहुगुणा को 1,09,666 वोट मिले थे, जो कुल मतों का करीब 25 फीसदी था. अमिताभ बच्चन ने यह चुनाव करीब 1,87,795 वोटों के अंतर से जीता था.
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राम जेठमलानी को शिकस्त देकर संसद में पहुंच थे सुनील दत्त
इलाहाबाद की तरह एक और फिल्म अभिनेता मुंबई से चुनावी मैदान में थे. इन अभिनेता का नाम था सुनील दत्त. सुनील दत्त को कांग्रेस ने मुंबई की उत्तर-पश्चिम सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था. इस सीट पर सुनील दत्त का मुकाबला बीजेपी के कद्दावर नेता और विख्यात कानूनविद राम जेठमलानी से था. अपनी स्टारडम के साथ इंदिरा की हत्या के बाद कांग्रेस के पक्ष मे चली चुनावी लहर का फायदा इस सीट पर सुनील दत्त को मिला. 1984 के इस लोकसभा चुनाव में सुनील दत्त को 3,08,989 वोट मिले. वहीं बीजेपी के राम जेठमलानी को 1,54,349 वोट मिले. उल्लेखनीय है कि मुंबई की इस संसदीय सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 8,78,652 थी, जिसमें 517328 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इस चुनाव में 60 फीसदी वोट सुनील दत्त, 30 फीसदी वोट राम जेठमलानी और बाकी दस फीसदी वोट अन्य 16 प्रत्याशियों को मिले थे.
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1984 में ही अभिनेत्री वैजयंती माला ने दी थी राजनीति में दस्तक
1984 के लोकसभा चुनाव के दौरान राजनीति में दस्तक देने वाले अभिनेता-अभिनेत्रियों में जानीमानी अभिनेत्री वैजयंती माला का नाम भी शामिल है. वैजयंती माला ने इस चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर तमिलनाडु की दक्षिण मद्रास संसदीय सीट से चुनाव लड़ा था. यहां पर अभिनेत्री वैजयंती माला का मुकाबला जेएनपी की इरा शेजियान सहित 13 अन्य प्रत्याशियों से था. इस चुनाव में 3,36,353 वोट पाकर वैजयंती माला संसद पहुंचने में कामयाब रहीं थीं. वहीं जेएनपी की उम्मीदवार को इस चुनाव में 2,88,336 वोट मिले थे. वैजयंती माला ने 1984 की तरह 1989 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर दक्षिण मद्रास से चुनाव जीता था. वैजयंती माला को इस चुनाव में 51.92 फीसदी वोट मिले थे.