भारत के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सोमवार को मुंबई के बांद्रा क्षेत्र में बॉम्बे हाई कोर्ट के नए परिसर की आधारशिला रखी. इस दौरान सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ फिल्म 'दिल चाहता है' का गाना 'हम हैं नए अंदाज क्यों हो पुराना...' गाने लगे.
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CJI DY Chandrachud Sing Song: भारत के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सोमवार को मुंबई के बांद्रा क्षेत्र में बॉम्बे हाई कोर्ट के नए परिसर की आधारशिला रखी. दक्षिण मुंबई में मौजूदा हाई कोर्ट भवन के पत्थरों को नींव में शामिल किया जाएगा. इस मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार, सुप्रीम कोर्ट के सीनियर जज और हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डीके उपाध्याय समारोह में शामिल हुए. इस दौरान सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ फिल्म 'दिल चाहता है' का गाना 'हम हैं नए अंदाज क्यों हो पुराना...' गाने लगे.
प्रगति को अपनाते हुए समृद्ध विरासत का निर्माण करेंगे: CJI
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, 'मैं आइकॉनिक फिल्म 'दिल चाहता है' के गीत 'कोई कहे कहता रहे' से प्रेरित एक कविता सुनाता हूं. मैं थोड़ा प्रेरित हूं, क्योंकि हाई कोर्ट भवन कम से कम शारीरिक रूप से बॉलीवुड के थोड़ा करीब है. 'हम हैं नए अंदाज क्यों हो पुराना..' गीत इस नए अध्याय की शुरुआत करते समय गहराई से गूंजता है. जैसे ही हम 'नए अंदाज़' के साथ नए हाई कोर्ट की ओर बढ़ेंगे, हम नवाचार और प्रगति को अपनाते हुए कोर्ट के अपने पूर्वजों के मूल्यों, विचारों और समृद्ध विरासत का निर्माण करेंगे.'
हाई कोर्ट के नए परिसर में क्या-क्या सुविधाएं?
हाई कोर्ट के नए परिसर में विशाल अदालत कक्ष, जजों और रजिस्ट्री कर्मियों के लिए कक्ष, एक मध्यस्थता केंद्र, एक सभागार, लाइब्रेरी और कर्मचारियों, वकीलों और वादियों के लिए अनेक सुविधाएं होंगी. महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि 30.16 एकड़ भूमि का कब्जा चरणबद्ध तरीके से हाई कोर्ट को सौंप दिया जाएगा. 4.39 एकड़ की पहली किस्त पहले ही दी जा चुकी है. एक अधिकारी ने कहा कि 16 अगस्त 1862 को स्थापित बॉम्बे हाई कोर्ट वर्तमान में फ्लोरा फाउंटेन (हुतात्मा चौक) के पास एक इमारत में स्थित है.
अधिकारी ने बताया कि अदालत वहां पर नवंबर 1878 से है. बॉम्बे हाई कोर्ट की मुख्य पीठ मुंबई में, जबकि नागपुर और औरंगाबाद के साथ-साथ गोवा में भी पीठ हैं. बॉम्बे हाई कोर्ट का केंद्र शासित प्रदेशों दादरा और नागर हवेली और दमन और दीव पर भी अधिकार क्षेत्र है. एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि हाई कोर्ट में जजों की स्वीकृत संख्या 94 है, जबकि जजों की वर्तमान संख्या 66 है.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)