नई दिल्लीः पीरियड्स (Menstruation period) को लेकर दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग (DCPCR) ने ‘अब पता चल जाने दो’ डिजिटल अभियान का शुभारंभ के साथ ‘हैप्पी पीरियड्स डे’ मनाया गया. दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग (DCPCR) के मुताबिक, एक हफ्ते तक चलने वाले इस डिजिटल अभियान के जरिए पीरियड्स और उससे जुड़ी रूढ़िवादी सोच के खिलाफ लोगों को जागरूक किया जाएगा. दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बाल अधिकार संरक्षण आयोग के इस अभियान की तारीफ की.


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सीएम केजरीवाल ने इस अभियान को लेकर कहा कि मैं पीरियड्स से जुड़ी रूढ़ियों को तोड़ने और पीरियड्स स्वच्छता (Menstruation Hygiene) को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग (DCPCR) की ओर से शुरू की गई ‘अब पता चलने दो’ पहल की सराहना करता हूं. हमारे समाज में पीरियड्स को एक टैबू नहीं माना जाना चाहिए. दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग के साथ मिलकर कई संस्थाएं इस कैंपेन को आगे बढ़ा रही हैं. इस कैंपेन से डॉ. सुरभि सिंह भी कई सालों से जुड़ी हैं और सच्ची सहेली संस्था के माध्यम से वो समाज में जागरूकता फैलाने का काम कर रही हैं. 



इन बातों पर जोर दे रहा कैंपेन


एक हफ्ते तक चलने वाले इस अभियान के तहत हाथ पर लाल निशान बनाने, सैनेटरी नैपकिन उपहार में देने, पोस्टर बनाने की प्रतियोगिता सहित कई दूसरे कार्य किए जाएंगे. बेहतर प्रेरणादायक पोस्टर और शुभकामना कार्ड बनाने वाले को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा. दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य रंजना प्रसाद का कहना है कि हैप्पी पीरियड्स डे युवा लड़कियों को पीरियड्स स्वच्छता (Menstruation Hygiene) के बारे में शिक्षित करने का अवसर ही नहीं बल्कि हर एक को बताने का सकारात्मक कार्य है. ऐसी कोई चीज नहीं है, जिससे लड़कियों की क्षमता कम हो. यह अभियान एक समुदाय के रूप में सामाजिक एकजुटता हासिल करने और नारीत्व का सार मनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम है. इस कैंपेन को लेकर आप पार्टी की नेता संजय सिंह ने भी अपने ट्विटर पर पोस्ट लिखा है. 


5 फरवरी को मनाया गया पीरियड्स डे


दिल्‍ली की महिला एवं बाल विकास मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि सभी के स्वास्थ्य और जीवन के लिए पीरियड्स स्वास्थ्य के बारे में विश्वसनीय जानकारी की पहुंच होनी चाहिए. दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग के एक बयान के मुताबिक, 5 फरवरी को “हैप्पी पीरियड्स डे” के रूप में मनाया जा रहा है और लोगों को पीरियड्स के बारे में बात करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कई कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.


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