Congress की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी प्रदेश में आगामी पंचायत चुनाव मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (MCP) के साथ गठबंधन में लड़ेगी.
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Kolkata Politics: पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई से पंचायत चुनाव होने वाले हैं. इस पर पश्चिम बंगाल कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से 8 जुलाई को होने वाले चुनाव में माकपा के साथ पूरा सहयोग करने को कहा है. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस और माकपा पंचायत चुनाव मिलकर लड़ेंगी. कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से इस मामले में माकपा को हर प्रकार का सहयोग देने के लिए पहले ही कह दिया है. चौधरी का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब त्रिस्तरीय पंचायती राज प्रणाली की करीब 75,000 सीट पर चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जो 15 जून तक चलेगी.
विपक्षी एकता पर कांग्रेस का जोर
माकपा नीत वाम मोर्चा और कांग्रेस ने इस साल की शुरुआत में त्रिपुरा चुनाव के अलावा 2016 और 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ा था. इसके बाद से दोनों दल विपक्षी एकता को बढ़ाने में भी सहयोग कर रहे हैं. इससे पहले चौधरी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय से पंचायत चुनावों के लिए नामांकन ऑनलाइन दाखिल करने की अनुमति दिए जाने और केंद्रीय बलों की तैनाती किए जाने का आग्रह किया. पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों में नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए दी गई समय सीमा को पहली नजर में अपर्याप्त मानते हुए कलकत्ता उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को राज्य निर्वाचन आयोग (SEC) को इस संबंध में 12 जून को जवाब देने को कहा.
नामांकन पत्र दाखिल करने को मांगा समय
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोग अपना वोट तभी डाल सकते हैं, जब केंद्रीय बल तैनात किए जाएं. उनकी मौजूदगी के कारण सागरदिघी उपचुनाव में मतदान संभव हो सका, इसलिए तृणमूल कांग्रेस वहां हार गई और कांग्रेस जीत गई. उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर आप डरी हुई नहीं हैं और पंचायत चुनाव कराने की इच्छुक हैं, तो केंद्रीय बलों की तैनाती की अनुमति देने में आनाकानी क्यों कर रही हैं? अधीर रंजन चौधरी ने यह भी कहा कि नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए और समय दिया जाना चाहिए.
ममता बनर्जी पर चौधरी का 'हमला'
पश्चिम बंगाल कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष ने कहा कि ममता बनर्जी को कलकत्ता उच्च न्यायालय में एक हलफनामा दायर करें और बताएं कि वह स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करेंगी. हम चुनाव से बचने की कोशिश नहीं कर रहे हैं, लेकिन हम चाहते हैं कि ये शांतिपूर्ण तरीके से हो.
(इनपुट: एजेंसी)