केंद्र सरकार कोरोना महामारी (Coronavirus) से निपटने के लिए इंतजामों का लगातार रिव्यू करने में लगी है. गांवों में बीमारी का प्रकोप बढ़ते देख सरकार ने अब वहां पर टेस्टिंग बढ़ाने का फैसला किया है.
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नई दिल्ली: केंद्र सरकार कोरोना महामारी (Coronavirus) से निपटने के लिए इंतजामों का लगातार रिव्यू करने में लगी है. सरकार की ओर से बनाए गए ग्रुप ऑफ मिनिस्टर की सोमवार को छठी बार बैठक (Group of Ministers Meeting) की गई, जिसमें मंत्रियों ने कई अहम फैसले लिए.
बैठक में फैसला लिया गया कि अब ग्रामीण इलाकों में मोबाइल RTPCR वैन और RAT रैपिड एंटीजन टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाएगी. देश में फिलहाल टेस्टिंग की क्षमता 25 लाख है. इनमें 13 लाख RTPCR और 12 लाख रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) हैं. इस संख्या को अब बढ़ाकर 45 लाख करने की योजना है. इनमें RTPCR 18 लाख और RAT 27 लाख होंगे.
बैठक में कहा गया म्युकर माइकोसिस (Mucormycosis) में काम आने वाली दवा Amphotericin-B की मांग बढ़ी है. इसके लिए पांच सप्लायर को आइडेंटिफाई किया गया है. राज्यों को 1 से 14 मई के बीच इस दवा के 1 लाख Vial दिए गए हैं. कोरोना से निपटने में Amphotericin-B के आयात की कोशिशें भी चल रही हैं.
मंत्रियों (Group of Ministers) ने कहा कि राज्य सरकारें अपने सरकारी और निजी अस्पतालों में जरूरत के हिसाब से Amphotericin-B दवा दें. साथ ही अस्पतालों और आम लोगों को बताएं कि Amphotericin-B दवा कहां पर उपलब्ध है.
मंत्री समूह ने कहा कि केंद्र ने राज्यों को लगभग 423 लाख N95 MASK, 176.91 लाख PPE किट, 52.65 लाख Remdesivir इंजेक्शन और 45066 वेंटिलेटर दिए हैं. Remdesivir का प्रोडक्शन तीन गुना हुआ है. इसे 39 लाख Vial प्रति महीना से बढ़ाकर 118 लाख Vial प्रति महीना किया गया है.
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INSACOG (द इंडियन सार्स-co-2 जेनोमिक consortia) में अब कुल 27 लैब होंगे.इससे पहले INSACOG में 10 लैब थे. मंत्री समूह की बैठक में फैसला लिया गया कि अगले हफ्ते से कोविन प्लेटफॉर्म पर हिंदी और 14 क्षेत्रीय भाषाओं भी उपलब्ध होंगी.
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