Subrata Roy: मुझे जब कैंसर हुआ तब 'सहाराश्री' ने... पोस्ट लिखकर भावुक हुए युवराज सिंह
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Subrata Roy: मुझे जब कैंसर हुआ तब 'सहाराश्री' ने... पोस्ट लिखकर भावुक हुए युवराज सिंह

Yuvraj Singh post on Subrata Roy: देश के अरबपतियों में शामिल रहे 'सहाराश्री' सुब्रत रॉय अब इस दुनिया में नहीं है. उनके निधन पर पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह ने भावुक पोस्ट लिख अपनी श्रद्धांजलि दी है. 

Subrata Roy: मुझे जब कैंसर हुआ तब 'सहाराश्री' ने... पोस्ट लिखकर भावुक हुए युवराज सिंह

Yuvraj Singh post on death of Sahara Chief Subrata Roy: सहारा ग्रुप के मुखिया सुब्रत रॉय का लंबी बीमारी के बाद मंगलवार रात 75 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्हें डायबिटीज, हाइपरटेंशन समेत सेहत से जुड़ी कुछ दिक्कतें थीं, जिसके चलते उन्हें इस रविवार को मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. लेकिन मंगलवार रात करीब साढ़े दस बजे उनकी हालत बिगड़ गई और उन्हें बचाया नहीं जा सका. उनके निधन पर काफी लोग पोस्ट लिखकर अपनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने भी सुब्रत रॉय के निधन पर भावुक पोस्ट लिखी है, जो अब तेजी से वायरल हो रही है. 

'कैंसर में मेरे साथ खड़े रहे'

सहारा चीफ को याद करते हुए युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, 'एक सच्चे दिग्गज श्री सुब्रत रॉय के निधन (Subrata Roy Death) की खबर सुनकर दुख हुआ. वह ऐसे व्यक्ति का सच्चा प्रमाण थे, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियां आने पर भी कभी हार नहीं मानी. जब मुझे अपने कैंसर का पता चला तो वह उन कुछ लोगों में से एक थे जो मेरे साथ खड़े रहे और मेरा समर्थन किया. वह हमेशा मेरे और मेरे परिवार के बहुत करीब थे. वे ऐसे व्यक्ति थे, जिनका हम आदर करते थे.'

'एक महान योद्धा, जिन्होंने अंत तक संघर्ष किया'

सुब्रत रॉय (Subrata Roy) को हार न मानने वाला योद्धा बताते हुए युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने लिखा, 'वह एक ऐसे योद्धा थे, जिन्होंने स्वयं कठिन समय का सामना करने के बावजूद अंत तक अपनी पूरी क्षमता से संघर्ष किया. उनके जाने पर एक बहुत बड़ी क्षति और एक बहुत ही कठिन खालीपन हुआ है, जिसे भरना बहुत कठिन है। श्रद्धांजलि सर'

खड़ा किया अरबों रुपये का साम्राज्य

बता दें कि सुब्रत रॉय (Subrata Roy) मूल रूप से पश्चिम बंगाल से संबंध रखते थे लेकिन उनके जीवन और करियर का अधिकांश हिस्सा यूपी में बीता. यहीं पर उन्होंने नोएडा में सहारा ग्रुप की स्थापना की और फिर लखनऊ में सहारा सिटी की स्थापना की. वे सहारा इंडिया परिवार ग्रुप के संस्थापक थे. लोग उन्हें सहाराश्री के नाम से भी जानते थे. देश के नामी नेताओं, अभिनेताओं और खिलाड़ियों से उनके अच्छे संबंध थे. हालांकि मनमोहन सिंह के कार्यकाल में सेबी ने उन पर शिकंजा कसना शुरू किया और इसके साथ ही उनका पतन शुरू हो गया था. 

फिलहाल इस देश में रहता है परिवार

फिलहाल सुब्रत रॉय (Subrata Roy) का परिवार भारत में नहीं रहता है. कानून के शिकंजे से बचने के लिए सुब्रत रॉय की पत्नी स्वप्ना राय और बेटे सुशांतो राय ने दक्षिण-पूर्वी यूरोप के देश मैसेडोनिया की नागरिकता ली है यानी कि अब वे एक विदेशी नागरिक हैं. वहां पर 4 लाख यूरो से ज्यादा निवेश और 10 लोगों से ज्यादा को रोजगार देने के ऐवज में नागरिकता देने का नियम है, जिसका फायदा उठाकर सुब्रत रॉय की फैमिली वहीं बस गई थी. 

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