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नई दिल्ली: लक्षद्वीप (Lakshadweep) के समंदर में जो कम दबाव का क्षेत्र बना था वो और तेज होकर साइक्लोन (Cyclone) में बदल सकता है. इस साइक्लोन के कारण 15 तारीख से 18 तारीख के बीच गुजरात के अलावा महाराष्ट्र के रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है. समंदर से ऊंची लहरें उठेंगी, मछुआरों को समंदर में न जाने की सलाह दी गई है. मौसम विभाग (IMD) की तरफ से चक्रवात ‘तौकते’ (cyclone tauktae) को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है.
तटीय क्षेत्रों में NDRF तैनात
एनडीआरएफ ने अरब सागर में बन रहे चक्रवात ‘तौकते’ (cyclone tauktae) से निपटने के लिए 53 दलों को तैयार किया है. एनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में इन दलों को तैनात किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इन 53 दलों में से 24 दलों को पहले ही तैनात कर दिया गया है जबकि शेष को तैयार रहने को कहा गया है.
अगले 24 घंटे में चक्रवाती तूफान का खतरा
एनडीआरएफ (NDRF) के एक दल में करीब 40 कर्मी होते हैं और उनके पास पेड़ और खंभे काटने के औजार, नाव, मूलभूत दवाएं और अन्य राहत एवं बचाव सामान होता है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) और इन तटीय राज्यों द्वारा जारी किए कुछ परामर्शों के अनुसार दक्षिण अरब सागर और लक्षद्वीप इलाके में बृहस्पतिवार को दबाव का क्षेत्र बन गया है. आईएमडी ने अपनी चेतावनी रिपोर्ट में कहा, ‘यह शनिवार सुबह तक इसी क्षेत्र में गहरे दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगा और उसके बाद अगले 24 घंटों में चक्रवाती तूफान (Cyclonic storm) का रूप ले लेगा.’
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इस साल का पहला चक्रवाती तूफान
IMD ने बताया कि चक्रवात के उत्तर-उत्तर पश्चिम गुजरात और पाकिस्तानी तटों की ओर बढ़ने की संभावना है. आईएमडी ने बताया कि यह 18 मई की शाम तक गुजरात तट के नजदीक पहुंच सकता है. इस चक्रवात को ‘तौकते’ नाम म्यांमा ने दिया है. यह भारतीय तट पर इस साल का पहला चक्रवाती तूफान होगा.
(Input: भाषा)
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