सिग्नेचर ब्रिज पर सेल्फी, पार्टी और रफ्तार का `कॉकटेल` बना जानलेवा, 24 घंटे में गई 3 जान
सेल्फी और पार्टी का क्रेज इस कदर टूटा कि लोगों ने जान हथेली पर रख सेल्फी लेना शुरू किया और गाड़ियां किनारे लगा पार्टियां करने लगे
नई दिल्ली: दिल्ली में यमुना नदी पर वर्षों के इंतजार के बाद जब सिग्नेचर ब्रिज का उद्घाटन हुआ तो लगा कि इस पुल के चलते पुराने वजीराबाद वाले पुल के लंबे जाम से तो मुक्ति मिलेगी ही साथ ही साथ राजधानी को नई पहचान भी मिलेगी. लेकिन, कुछ ही दिनों में ऐसी तस्वीरें आईं जिसने दिल्लीवासियों को शर्मसार कर दिया. सेल्फी और पार्टी का क्रेज इस कदर टूटा कि लोगों ने जान हथेली पर रख सेल्फी लेना शुरू किया और गाड़ियां किनारे लगा पार्टियां करने लगे. सोशल मीडिया पर तमाम तस्वीरें ऐसी भी आईं जिसमें लोग शराब पीते भी नजर आए. लेकिन अब इस पुल पर रफ्तार जानलेवा होती जा रही है. शुक्रवार और शनिवार को 24 घंटे के भीतर तीन युवा इस पुल पर अपनी जान गंवा चुके हैं. बैक-टू-बैक हुए इन दो सड़क दुर्घटनाओं ने दिल्ली पुलिस को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है.
उद्घाटन समारोह में भी हुआ था हंगामा
आपको बता दें कि इस पुल का उद्घाटन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गत 4 नवंबर को किया था. उद्घाटन समारोह भी सुर्खियों में रहा क्योंकि वहां क्षेत्रीय सांसद मनोज वाजपेयी और क्षेत्रीय विधायक कपिल शर्मा को आमंत्रित नहीं किया गया था. लेकिन बिना आमंत्रण के जब दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज वाजपेयी जब कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो उनके साथ आप नेताओं ने अभद्रता की थी. लेकिन, हम यहां बात कर रहे हैं दिल्ली वासियों की जानलेवा जुनून की. रफ्तार का यह कैसा क्रेज है कि लोग अपनी अनमोल जिंदगी की भी परवाह नहीं करते. सिग्नेचर ब्रिज पर हुए दोनों सड़क हादसों की वजह (बाइक फिसलना) एक सी ही थी. शुक्रवार की घटना में दो मेडिकल स्टूडेंट्स की पुल से नीचे गिरने के कारण मौत हो गई थी जबकि शनिवार सुबह हुई घटना में बाइक चला रहे शंकर नाम के शख्स की मौत हो गई और पीछे बैठे दीपक के घुटने छिल गए थे.
गलती हमारी लेकिन बदनाम होती है दिल्ली
बात सिर्फ रफ्तार की नहीं है. पुल के किनारे गाड़ियां खड़ी कर पार्टी करना कहां तक सही है. सेल्फी के नाम पर बीच सड़क पर आ जाना क्या भीषण सड़क हादसे को न्यौता नहीं देता. ऐसा कर हम खुद तो खतरा मोल लेते ही हैं इसके साथ ही सामने से आने वाले इंसान की जान को भी जोखिम में डालते हैं. यह हमारी व्यक्तिगत जिम्मेदारी बनती है कि हम अपनी धरोहरों के प्रति जिम्मेदार हों. देश और प्रदेश में अपनी बेहतर छवि बनाएं. व्यक्तिगत या सामूहिक आनंद के कुछ पल के लिए किया गया कोई भी अनैतिक काम हमारे शहर को बदनाम ही करता है. यही वजह है कि आखिरकार इस मामले में जहां एक ओर मुख्यमंत्री केजरीवाल को लोगों से अपील करनी पड़ी तो वहीं दिल्ली पुलिस ने भी कुछ सख्त कदम उठाने की तैयारी की है.
अब 24 घंटे तैनात रहेगी पुलिस
इन सड़क हादसों के बाद दिल्ली पुलिस और ट्रैफिक पुलिस भी हरकत में है. तिमारपुर थाने की पुलिस ने शुक्रवार सुबह से ही सिग्नेचर ब्रिज पर अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती की है, जिससे हादसों को रोका जा सके. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिग्नेचर ब्रिज पर तिमारपुर थाने की एक जिप्सी 24 घंटे बारह-बारह घंटे की शिफ्ट में राउंड क्लॉक तैनात रहेगी. जिप्सी में दो हेड कॉन्स्टेबल और एक कॉन्स्टेबल ड्राइवर तैनात होंगे. इसके साथ ही दो पट्रोलिंग बाइक डे-नाइट शिफ्ट में हैं. यही नहीं एक कॉन्स्टेबल, एक हेड कॉन्स्टेबल राउंड क्लॉक पैदल पेट्रोलिंग भी करेंगे. इसके अलावा खजूरी खास ट्रैफिक सर्किल से भी स्टॉफ बढ़ाया गया है. ट्रैफिक पुलिस ने 2 जेडओ, 1 हेड कॉन्स्टेबल, 2 कॉन्स्टेबल, और 2 पेट्रोलिंग बाइक राउंड क्लॉक की तैनाती की है. साथ ही एक क्रेन भी रहेगी. सिग्नेचर ब्रिज पर अब किसी गाड़ी ने नो पार्किंग, नो स्टॉपिंग का उल्लघंन किया तो उस गाड़ी को क्रेन से उठवा लिया जाएगा और नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी.