देश के पहले स्मार्ट और हरित राजमार्ग ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उद्घाटन किया.
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नई दिल्ली: देश के पहले स्मार्ट और हरित राजमार्ग ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उद्घाटन किया. यहां पर उन्होंने लोगों को संबोधित किया और जनता का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने रैली में मौजूद लोगों को भी तपती धूप के बावजूद इस मौके पर आने पर उनका आभार व्यक्त किया. पीएम ने कहा कि ये सब दिखाता है कि पिछले चार साल में सरकार ने सही काम किए हैं. इसके बाद उन्होंने अत्याधुनिक ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे की तारीफ की. उन्होंने इस एक्सप्रेस वे को विकास का रास्ता बताया. पीएम ने कहा कि देश के विकास के लिए मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है, इसलिए हमारी सरकार ने वायु, जल और भूमि के मार्गों पर इंफ्रास्ट्रक्चर को डेवलप करने पर काम किया.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, सरकार ने तीन लाख करोड़ से ज्यादा खर्ज कर देशभर में हाईवे बनवाए हैं. उन्होंने कहा कि रेलवे में भी अभूतपूर्व काम हो रहा है. जहां रेल कनेक्टिविटी नहीं थी, वहां तेजी से रेल लाइन बिछाई जा रही है. ट्रेनों की स्पीड भी बढ़ाई जा रही है. पीएम ने उड़ान योजना का जिक्र करते हुए कहा कि प्लेन का सफर सस्ता हुआ. इससे पिछले साल ट्रेन के एसी कोच में सफर करने वालों से ज्यादा संख्या प्लेन में सफर करने वाले लोगों की रही. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इसी तरह जल से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर को भी मजबूत किया जा रहा है.
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3डी प्रदर्शनी का उद्घाटन
एक्सप्रेस वे के उद्घाटन से पहले पीएम मोदी हरियाणा के कुंडली पहुंचे जहां उन्होंने डिजिटल प्रदर्शनी का उद्घाटन किया. इस प्रदर्शनी में 3डी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. पीएम इसके बाद उत्तर प्रदेश के बागपत पहुंचे, जहां से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया जाना था. मंच पर पहुंचने के दौरान पीएम का लोगों ने 'मोदी-मोदी' के नारों के साथ स्वागत किया. बागपत से सांसद सत्यपाल सिंह ने स्वागत करते हुए पीएम मोदी, सीएम योगी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को शहद दिया. सांसद सत्यपाल सिंह ने सबसे पहले अपना संबोधन दिया और पीएम मोदी को बागपत को ये सौगात देने के लिए उनका धन्यवाद दिया. साथ ही उन्होंने सीएम योगी को यूपी में गुंडाराज खत्म करने को लेकर शुक्रिया कहा.
नितिन गडकरी ने पीएम को कहा शुक्रिया
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भी अपना संबोधन दिया, इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने एक्सप्रेस-वे का काम अटके रहने के लिए पुरानी सरकार को जिम्मेदार ठहराया. गडकरी ने आगे कहा कि भूमि अधिग्रहण को लेकर भी फाइनेंशियल फ्रंट पर काफी समस्याएं आईं. इस पर सरकार ने खुद ही अधिग्रहण के लिए 6000 करोड़ खर्च करने का फैसला लिया. मंत्री ने दावा किया कि अधिग्रहण के लिए किसानों को जमीन के मूल्य से भी ज्यादा धन दिया गया. उन्होंने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को भी उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने जनता से वादा किया कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे बनने पर लोग दोनों स्थानों के बीच का घंटों का सफर सिर्फ 40 मिनट में पूरा कर सकेंगे. इसके साथ ही उन्होंने एक्सप्रेस वे के निर्माण में लगे इंजीनियर और अन्य लोगों की डेडलाइन से पहले ही काम पूरा करने पर तारीफ की.
By next March, #EasternPeripheralExpressway will be completed and you will be able to travel to Delhi from Meerut only in 40 mins: Nitin Gadkari, Union Minister pic.twitter.com/VGaAL3y3fT
— ANI (@ANI) May 27, 2018
सीएम खट्टर ने कहा- एक्सप्रेस-वे से नजदीक आएंगे हरियाणा और यूपी
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भी मंच से राज्य को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे देने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेस वे की आधारशिला हरियाणा की कुंडली में रखी गई थी, वहीं उद्घाटन का कार्यक्रम बागमत में हो रहा है. एक्सप्रेस वे के जरिए एक बार फिर दोनों राज्यों को जुड़ने का मौका मिला है. इसके साथ ही सीएम खट्टर ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को जन्मदिन की बधाई भी दी.
सीएम योगी ने की पीएम मोदी के नेतृत्व की तारीफ
सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी बागपत में रैली को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास के लिए जो कार्य हो रहे हैं उसके लिए पीएम मोदी का नेतृत्व जिम्मेदार है. उन्होंने पीएम का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री के कारण ही साल 2017 में यूपी में लोगों ने बीजेपी को चुना. उनके कारण ही राज्य में किसानों को समर्थन मूल्य से ज्यादा राशि दी गई, ताकि उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारा जा सके. सीएम योगी ने एक्सप्रेस-वे की तय समय सीमा से पहले ही इसका काम पूरा होने पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की तारीफ की.
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे गाजियाबाद, फरीदाबाद, ग्रेटर नोएडा और पलवल को जोड़ेगा, जिससे इस रूट पर घंटों तक लगने वाले जाम की स्थिति में भी राहत मिलेगी. इस वजह से लोगों का गाजियाबाद, फरीदाबाद, ग्रेटर नोएडा और पलवल के बीच ट्रेवल करने का समय भी घट जाएगा. एक्सप्रेस-वे पर वाहन 120 किलोमीटर की रफ्तार से चलाए जा सकेंगे. हालांकि, स्पीड इससे ज्यादा होने पर वाहन चालकों का चालान काटा जाएगा. बताया जा रहा है कि एक्सप्रेस-वे पर लगे कैमरों में स्पीड की मॉनिटरिंग होगी और स्पीड ज्यादा होने पर अपने आप वाहन रजिस्टर हो जाएगा.
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया. रविवार सुबह सबसे पहले प्रधानमंत्री निजामुद्दीन-रिंग रोड जंक्शन पर पहुंचे, जहां केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के अलावा दिल्ली के सभी सातों सांसदों ने यहां उनकी अगवानी की. यहां पहले उन्हें एक्सप्रेस-वे से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं, जिसके बाद पीएम खुले वाहन से पटपड़गंज पुल तक गए. उनका यह रोड शो निजामुद्दीन ब्रिज से शुरू हुआ. यह दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का लगभग 9 किलोमीटर का पहला चरण है.
एक्सप्रेस-वे पर आई 11,000 करोड़ रुपये की लागत
कुल 135 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे पर 11,000 करोड़ रुपये की लागत आई है. यह देश का पहला राजमार्ग है, जहां सौर बिजली से सड़क रोशन होगी. इसके अलावा प्रत्येक 500 मीटर पर दोनों तरफ वर्षा जल संचय की व्यवस्था होगी. इस एक्सप्रेस-वे पर 8 सौर संयंत्र हैं, जिनकी क्षमता 4 मेगावाट है.
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे देश का पहिला स्मार्ट वे है,जो रेकॉर्ड टाइम में पूरा हुआ है, यह हमारी इंजीनियरिंग का नमुना है। मै हमारी पूरी टीम को बधाई देता हूं।#PragatiKaHighway pic.twitter.com/i53R5VzHGx
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) May 26, 2018
इस हाईवे पर सौर ऊर्जा से रोशन होंगी सड़कें
यह देश का पहला हाईवे है, जहां सौर बिजली से सड़कें रोशन हो रही हैं. इसके अलावा प्रत्येक 500 मीटर पर दोनों तरफ रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की व्यवस्था की गई है. हाईवे पर 36 राष्ट्रीय स्मारकों को प्रदर्शित किया गया है और 40 झरने बनाए गए हैं. प्रधानमंत्री ने इस परियोजना के लिए आधारशिला 5 नवंबर, 2015 को रखी थी. यह देश का पहला एक्सिस कंट्रोल हाईवे है और वाहनों को उनकी यात्रा के बराबर टोल चुकाना होगा.
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यह देश का सबसे हाईटेक हाईवे है
यह तकनीकी के मामले में दुनिया के किसी भी एक्सप्रेस-वे को टक्कर दे सकता है. यह देश का सबसे हाईटेक हाईवे है. इस हाईवे के शुरू होने से दिल्ली पर पड़ने वाला वाहनों का बोझ कम हो जाएगा, जिससे राजधानी की हवा की क्वालिटी में भी सुधार होगा. यह हाईवे कुंडली, मवीकलां (एनएच-57), दुहाई (एनएच-58), डासना (एनएच-24), बील अकबलपुर (एनएच-91) को जोड़ते हुए कासना-सिकंदरा, फैजपुर खादर से होते हुए हरियाणा के पलवल से जुड़ेगा. इस हाईवे के शुरू होने से राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश तथा जम्मू-कश्मीर से आने वाले वाहनों को अब दिल्ली के अंदर प्रवेश नहीं करना पड़ेगा.