Karnal News: करनाल नगर निगम के स्वच्छता को लेकर बड़े बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ ओर ही है. प्रेमनगर में सफाई कर्मचारियों की कारगुजारी का खामियाजा कालोनिवासियों को भुगतना पड़ रहा है. कर्मचारी सफाई तो करके चले जाते हैं, लेकिन कचरा वहीं पर छोड़ जाते हैं. गंदा नाला कचरे से भरा पड़ा रहता है. कहीं पर गोबर पड़ा है तो कहीं पर कबाड़ नाला ब्लॉक किए बैठा है. नाला ब्लॉक होने से गंदा पानी भी ओवरफ्लो होकर गली में आ गया है. गंदगी का आलम यह है कि लोगों को यहां से अपनी नाक पर रूमाल रखकर निकलना पड़ता है.


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गंदगी का जिम्मेदार कौन
नगर निगम ने सफाई के लिए कर्मचारी तो लगाए हुए है और सफाई भी होती है, लेकिन कचरा कौन उठाएगा. इसका जवाब शायद नगर निगम के पास ही मिल सकता है, क्योंकि एक तरफ स्वच्छता सर्वेक्षण के नाम पर लोगों से अपील की जा रही है कि अपने घरों के आसपास की सफाई रखे और गंदगी न फैलांए. गंदगी फैलाने का काम तो सफाई कर्मचारी ही कर रहे हैं. इन्हें कौन समझाएगा. सफाई करने के बाद वहीं पर कचरा पड़ा रहता है न तो कोई गाड़ी इस कचरे को उठाने के लिए आती है और न ही कोई सुपरवाइजर यहां आकर चेक करता है.


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बरसाती नाले ने बढ़ाई परेशानी
कालोनिवासियों का कहना है कि यहां पर एक बरसाती नाला है. वह गंदगी से भरा पड़ा है, कभी कभी ओवरफ्लो भी हो जाता है तो कोई देखने ओर सुनने वाला भी नहीं है. हम परेशान हैं और हमारी परेशानी समझने वाला भी कोई नहीं है. अधिकारियों को भी गुहार लगाई गई है. वार्ड के एमसी को भी कहा गया है, लेकिन समस्या का कौन समाधान करेगा. जहां पर अमीर लोग रहते हैं वहां पर सफाई कर्मचारी सफाई भी करते है और कचरा भी उठाते हैं लेकिन जहां पर वास्तविक रूप से सफाई की जरूरत होती हैं, वहां पर की ही नहीं जाती. इसलिए प्रशासन समस्या का समाधान करे.


Input- KAMARJEET SINGH