Delhi Crime: जेल से छूटने के बाद 'बादशाह' से हुई गलती, जीटीबी अस्पताल मर्डर केस में गिरफ्तार
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana2447526

Delhi Crime: जेल से छूटने के बाद 'बादशाह' से हुई गलती, जीटीबी अस्पताल मर्डर केस में गिरफ्तार

Delhi Crime News: बाबरपुर दिल्ली निवासी बादशाह को अगस्त 2023 में सराय रोहिल्ला थाना क्षेत्र में डकैती के मामले में गिरफ्तार किया गया था. जून 2024 में जेल से बाहर आने के बाद अगले ही महीने उसने जीटीबी अस्पताल में हत्या कर दी.

क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में शूटर

Badshah Arrest in GTB Hospital Murder Case: दिल्ली क्राइम ब्रांच ने जीटीबी अस्पताल में एक मरीज की हत्या के मामले में वांटेड शूटर को मेरठ में हाईवे के पास से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपी फहीम उर्फ ​​बादशाह एक गैंगस्टर के निर्देश पर इस कांड को अंजाम देने गया था, लेकिन गलती से हमलावरों ने वहां भर्ती दूसरे मरीज पर गोलियां चला दीं. बादशाह ने ही बाबरपुर स्थित अपने फ्लैट पर हत्या की साजिश रची थी. 

14 जुलाई 2024 को जीटीबी एन्क्लेव थाने में खजूरी खास निवासी रियाजुद्दीन (35) की हत्या का केस दर्ज किया गया था. जीटीबी अस्पताल में भर्ती रियाजुद्दीन को पांच गोलियां मारकर हमलावर फरार हो गए थे. पुलिस लगातार मामले की जांच कर रही थी. आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पंजाब में कई जगहों पर रेड मारी.

ये भी पढ़े: Vinesh Phogat की जगह अगर मैं डिसक्वालीफाई होता तो देश से मांफी मांगता- योगेश्वर दत्त

इस बीच गैंगस्टरों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दौरान इंस्पेक्टर आशीष शर्मा के नेतृत्व में ईस्टर्न रेंज-1 की टीम ने जीटीबी अस्पताल मर्डर केस में शामिल शूटर फहीम उर्फ ​​बादशाह को गिरफ्तार कर लिया. तकनीकी निगरानी और मैनुअल इंटेलिजेंस के आधार पर हत्या मामले का मास्टरमाइंड क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ गया. 

प्रॉपर्टी डीलिंग के दौरान बदमाशों के संपर्क में आया 

बाबरपुर, दिल्ली निवासी बादशाह (30) ने पूछताछ के दौरान बताया कि 2019 में दिल्ली आने के बाद उसने प्रॉपर्टी डीलिंग का काम शुरू किया. इस दौरान  वह एक गैंग के बदमाशो के संपर्क में आ गया और फिर छोटे-मोटे क्राइम में इन्वॉल्व हो गया.

ये भी पढ़े: अस्पतालों के निर्माण में देरी के सवाल पर LG ऑफिस बोला-बेतुके पत्र लिखना बंद करे AAP

डकैती में जा चुका है जेल 

अगस्त 2023 में उसे सराय रोहिल्ला थाना क्षेत्र में डकैती के एक मामले में गिरफ्तार किया गया. वह करीब दस महीने जेल में रहा. जून 2024 में जेल से बाहर आने के बाद वह फिर से अपने गिरोह के सदस्यों के संपर्क में आया. गैंगस्टर के निर्देश पर उसने अनस, फैज, अमन, फरहान, मोइन, फोजान, सैफ और शावेज के साथ प्रतिद्वंद्वी गैंग के सदस्य वसीम की हत्या की साजिश रची. वारदात से एक दिन पहले उसने गैंगस्टर से दो अवैध हथियार और 19 कारतूस खरीदे.

अगले दिन वह अमन उर्फ ​​मिंडा, शावेज उर्फ ​​हाफ बॉडी, सैफ अली उर्फ ​​कॉलोनी और फोजान के साथ जीटीबी अस्पताल पहुंचा, लेकिन गलत पहचान के कारण उन्होंने वसीम के बजाय उसी वार्ड में भर्ती एक अन्य मरीज रियाजुद्दीन पर फायरिंग शुरू कर दी. घटना के बाद ​​बादशाह अपने साथियों के साथ फरार हो गया. गिरफ्तारी से बचने के लिए वह जाकिर नगर (दिल्ली), बिहार, पंजाब और मेरठ में अलग-अलग जगहों पर रह रहा था.