Farmers Protest 2024: न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) समेत कई अन्य मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर मंगलवार से किसानों का दिल्ली चलो मार्च शुरू हो गया. इस आंदोलन में 200 से ज्यादा किसान यूनियन शामिल हैं. वहीं किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस ने सभी बॉर्डर को सील कर दिया है. वहीं किसानों का कहना है कि हम हर हाल में दिल्ली पहुंच कर रहेंगे. किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली के सभी बॉर्डर पर पुलिस अलर्ट मोड पर नजर आ रही है. 


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टिकरी बॉर्डर पहुंचे किसान
हिसार जिले के कुछ किसान टिकरी बॉर्डर के पास पहुचने में कामयाब हो गए हैं. प्राइवेट गाड़ी में सवार होकर आए बांस कस्बे के किसानो ने टिकरी बॉर्डर से पहले लगे सीमेंट के बैरिकेड पर किसान मोर्चा के बैनर भी लगा दिया. बैरिकेड पर बैनर लगाने के बाद किसानों ने बैठकर नारेबाजी की, जिसके बाद मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने किसानों को समझाया और बैनर हटवा दिया. किसानों को पुलिस ने समझाकर मौके से दूर भी भेज दिया है. टिकरी बॉर्डर पर सबसे पहले पहुंचने का दावा करते हुए किसानों ने कहा कि वो रास्ता देखते हुए आएं है और उनके पीछे पंजाब के साथी किसान भी आएंगे. उन्होंने कहा कि हरियाणा के किसान आगे-आगे चलते हुए पंजाब के किसानों को दिल्ली तक लेकर आएंगे. किसानो ने कहना है कि एमएसपी उनका हक है और इसके मिलने तक संघर्ष किया जाएगा. 


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पुलिसकर्मी और किसान हुए घायल
हरियाणा-पंजाब दाता सिंह वाला बॉर्डर पर पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले व वाटर कैनन का प्रयोग किया थाय पुलिस व पैरामिलिट्री के साथ किसानों के बीच झड़प होने की वजह से पुलिस कर्मचारी व किसान सहित 15 लोग घायल हो गए. सभी घायलों को इलाज के लिए नरवाना के नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. जींद के एसपी सुमित कुमार घायलों से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे, इस दौरान उन्होंने सभी घायलों का हाल-चाल जाना. वहीं आज एक बार फिर रात को विश्राम करने के बाद दाता सिंह वाला बॉर्डर पर किसानों द्वारा बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास किया जा सकता है. वहीं प्रशासन व किसानों के बीच बढ़ते तनाव के बीच प्रदर्शनकारी किसानों का संख्या भी बढ़ सकती है. 


दिल्ली में बढ़ी सुरक्षा
राजधानी दिल्ली के कालिंदी कुंज में भी सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गई है. मंगलवाल को यहां भारी ट्रैफिक जाम देखने को मिला था. बहुत सारे इमरजेंसी वाहन इस जाम में फंसे नजर आ रहे थे. हालांकि, आज की भी तस्वीर कल से ज्यादा अलग देखने को नहीं मिल रही. कालिंदी कुंज बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस के साथ-साथ अर्ध सुरक्षा सैनिक बल के भी जवान तैनात है. चारों तरफ बैरिकेडिंग लगाए गए हैं, ट्रकों को खड़ा किया गया है. साथ ही जेसीबी भी मौके पर मौजूद है. यहां से आने जाने वाली सभी गाड़ियों की जांच की जा रही है, उसके बाद ही आगे जाने की अनुमति दी जा रही है. किसान आंदोलन को देखते हुए पुलिस द्वारा सुरक्षा की पुख्ता तैयारियां की गई हैं.