फाइल बंद कर चुकी थी पुलिस फिर लापता शख्स चार साल बाद 6 फुट गहरे गड्ढे से 'निकल' आया
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फाइल बंद कर चुकी थी पुलिस फिर लापता शख्स चार साल बाद 6 फुट गहरे गड्ढे से 'निकल' आया

गाजियाबाद के सिहानी थाना क्षेत्र में पुलिस ने 46 साल के एक शख्स की हत्या के मामले में पुलिस ने चार साल बाद आरोपी पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया.

फाइल बंद कर चुकी थी पुलिस फिर लापता शख्स चार साल बाद 6 फुट गहरे गड्ढे से 'निकल' आया

गाजियाबाद : कहते हैं जुर्म कभी कानून की नजरों से बच नहीं सकता. ये बात एक बार फिर उस वक्त सच साबित हो गई, जब सिहानी गेट थाना क्षेत्र में चार साल से लापता चल रहे 46 वर्षीय चंद्रवीर की बॉडी एक घर में बने 6 फुट गहरे गड्ढे से निकाली गई. उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, लेकिन उसका कोई पता नहीं चलने पर पुलिस लगभग हार मान चुकी थी. सभी एंगल से जांच के बाद पुलिस ने इस केस में फाइनल रिपोर्ट प्रेषित कर दी गई थी, लेकिन असली गुनाहगार अब भी बाहर घूम रहे थे और उन्हें सजा मिलनी बाकी थी. 

चंद्रवीर के घर वाले उसको लगातार खोज रहे थे. इस क्रम में उसकी बेटी लगातार थाने के चक्कर काट रही थी, जिसके बाद जांच में पुलिस के सामने कुछ नए इनपुट आए, जिसके बाद केस क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया. इसके बाद जो तथ्य सामने आया, उसे जानकर सभी हैरान रह गए. दरअसल चंद्रवीर की हत्या कर दी गई थी और इसमें उसकी पत्नी सविता शामिल थी. उसने अपने प्रेमी अरुण के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था.

हालांकि पुलिस को गुमराह करने के लिए चंद्रवीर की पत्नी ने देवर पर शक जताया, जिसके बाद पुलिस की जांच की दिशा देवर तक ही सीमित रही. इसके बावजूद पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा. अब जब फिर से जांच शुरू हुई तो कुछ नए तथ्य सामने आ गए, इसके बाद पुलिस सविता और अरुण तक जा पहुंची. 

आपत्तिजनक स्थिति में देख चुका था

दरअसल चंद्रवीर उर्फ पप्पू की पत्नी सविता का प्रेम प्रसंग पड़ोस में रहने वाले अरुण के साथ चल रहा था. चंद्रवीर शराब पीने का आदी था और सविता को अरुण के साथ कई बार आपत्तिजनक स्थिति में देख चुका था. इस वजह से दोनों ने झगड़ा होता था. चंद्रवीर सविता को पीटता था. तंग आकर दोनों ने उसे रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली. 
वारदात वाले दिन चंद्रवीर शराब पीकर घर लौटा तो सविता ने अरुण को अपने घर बुला लिया.

हाथ काटकर केमिकल फैक्ट्री के पास फेंका 

इसके बाद अरुण ने सिर में गोली मारकर चंद्रवीर की हत्या कर दी. घर में खून न फैले, इसके लिए सविता ने नीचे बाल्टी लगाकर सारा खून बहने तक उसमें भर लिया.  उसके बाद अरुण ने शव को अपने घर में खोदे गए गड्ढे में डालकर दफ़न कर दिया. इतना ही नहीं शव की पहचान छुपाने के लिए अरुण ने चंद्रवीर का कड़ा पहना हाथ काटकर केमिकल फैक्ट्री के पास फेंक दिया.

लाश वाली जगह बना दिया खड़ंजा 

खोदी जगह को देखकर किसी को शक न हो, इसलिए अरुण ने गड्ढे के ऊपर खड़ंजा भी तैयार करवा दिया. एसपी क्राइम दीक्षा शर्मा ने बताया कि लाश को ठिकाने लगाने के लिए अरुण ने 6 फीट गहरा गड्ढा टॉयलेट का बताकर खोदा था. गिरफ्तार होने के बाद अरुण ने यह बात स्वीकार कर ली. क्राइम ब्रांच ने शव के अवशेष के अलावा वारदात के समय इस्तेमाल होने वाली बाल्टी, मग्गा, तमंचा आदि बरामद कर लिया है. 

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