Holi 2024: हिंदू धर्म का प्रमुख त्यौहार होली फाल्गुन मास की पूर्णिमा के भद्रकाल में मनाया जाता है. होली के दिन सूर्य ग्रहण का भारत में कोई प्रभाव नहीं होने वाला है, ना ही सूर्य ग्रहण दिखेगा, लेकिन लोगों ने भद्रा के कारण मूहर्त पर की भगवान की पूजा.
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Holi 2024: हरियाणा के चरखी दादरी जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में लोगों में होली के त्योहार को लेकर खासा उत्साह दिखाई दिया है. लोगों ने शहर में कई जगह होली बनाई हुई थी. सुबह से ही लोगों ने होली का पूजन करना शुरू कर दिया जो शाम तक जारी रहने वाला है. लोगों ने होली पर गोबर के बने हुए बड़कुल्ले भी होलिका को चढ़ाए.
दादरी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहर में मुख्य रूप से वैश्य स्कूल, पुराना अस्पताल के सामने, झज्जर घाटी, प्रेमनगर व एमसी कॉलोनी सहित ग्रामीण क्षेत्रों में होलिका दहन शाम के वक्त किया जाएगा. इसके अलावा कई जगह पर होली बनाई गई है. महिलाएं सजधज कर पूजा करने के लिए पहुंची. महिलाओं ने धागा लेकर होली के चारों ओर चक्कर लगाया तथा होली को पानी चढ़ाया.
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सुबह से लेकर शाम तक होली पूजन के लिए महिलाओं की भीड़ लगी रही. महिलाओं के साथ-साथ युवकों व पुरूषों ने भी होली पूजन किया. पूजा करने आई महिला सुनीता व मूर्ति देवी ने कहा कि होली पूजन को लेकर उनकी गहरी आस्था है. होली का पर्व होली का मिजाज बदल गया है, लेकिन होली का मतलब सिर्फ और सिर्फ रंग हैं और होली का रंग इंसान के सिर्फ बाहरी आवरण को नहीं, बल्कि मन को भी अंदर से रंग देता है. होली पर्व आपसी भाईचारे के साथ मनाएं और पानी का दुरुपयोग ना करें.
ज्योतिष के अनुसार, भारतीय संस्कृति का प्रमुख त्यौहार होली फाल्गुन मास की पूर्णिमा के भद्रकाल में मनाया जाता है, पंचांग के अनुसार, 24 मार्च को सुबह 9 बजेकर 54 मिनट पर भद्रा काल की शुरूआत होगी, जिसका समापन रात्रि 11 बजकर 53 मिनट पर होगा. होलिका पूजन करने आई महिलाओं का कहना है कि आज किसानों के खेतों में तैयार हुए नए अनाज, फल-फूल और ढाल बिडकुल से होलिका पूजन किया जाता है. परिवार में बच्चों की सुख समृद्धि की कामना की गई है, आज भद्रा होने कारण सुबह से पूजन शुरू किया गया है.
(इनपुटः पुष्पेंद्र कुमार)