हरियाणा में लोकसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग पर सहमति बन गई है. आम आदमी पार्टी कुरुक्षेत्र लोकसभा पर अपना उम्मीदवार उतारेगी, जबकि बाकी 9 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे.
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Chandigarh News: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है और इसी के साथ INDIA गठबंधन की आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग को लेकर सहमती भी बन गई है. हरियाणा में 10 लोकसभा सीटें AAP और कांग्रेस गठबंधन को दी गई हैं, जिसमें से कुरुक्षेत्र सीट आप को मीली है, बाकी नौ सीटे कांग्रेस के खाते में गई हैं.
हरियाणा में लोकसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग पर सहमति बन गई है. आम आदमी पार्टी कुरुक्षेत्र लोकसभा पर अपना उम्मीदवार उतारेगी, जबकि बाकी 9 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे. इस बारे में जब हमने मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार राजीव जेटली बातचीत कि तो उन्होंने बताया कि जिस तरह बच्चे नकली नोटों का खेल खेलते हैं और एक दूसरे को नोट देते हैं. वैसे ही आम आदमी पार्टी और कांग्रेस भी कर रहे है. यह खेल की बात है और इससे कुछ फर्क नहीं पड़ता. कांग्रेस आम आदमी पार्टी को चाहे एक सीट दे, पांच सीट दे या सभी 10 सीटें दे. दोनों पार्टियों को सभी सीटों पर हारना तय है. भाजपा सभी 10 सीटों पर जीत दर्ज करेगी. इसलिए इस गठबंधन और सीट शेयरिंग से किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता.
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वहीं राजीव जेटली ने प्रदेश के बजट और विपक्ष के कर्ज से जुड़े आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि सरकार जब कर्ज लेती है तो उसके कुछ पैरामीटर होते हैं, जिसके तहत ही कर्ज लिया जाता है. हरियाणा सरकार पैरामीटर को देखते हुए कर्ज लेती है और उसका इस्तेमाल प्रदेश की तरक्की के लिए किया जा रहा है. इसके अलावा बजट को लेकर उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री ने किसी खास वर्ग को खुश करने के लिए बजट नहीं बनाया बल्कि प्रदेश के आम लोगों को फायदा और राहत पहुंचाने के लिए बजट बनाया है. साथ ही मुख्यमंत्री का यह भी लक्ष्य है की बजट में जारी किया गया एक-एक पैसा अंतिम पंक्ति में खड़े आदमी तक पहुंचे. मुख्यमंत्री चाहते हैं कि हरियाणा प्रदेश को विकसित बनाया जाए.
Input- VIJAY RANA