Haryana Lok Sabha Elections: CM मनोहर लाल को इस्तीफा इसलिए देना पड़ा, क्योंकि सर्वे रिपोर्ट में BJP को बहुमत नहीं मिल रहा है, लेकिन लोगों ने बीजेपी-जेजेपी को सत्ता से बाहर करने का मन बना लिया है. लोग कांग्रेस को भी सत्ता से दूर रखेंगे.
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Haryana News: हरियाणा की राजनीति में पिछले 3 दिनों से उथल-पुथल देखने को मिल रहा है. बीजेपी-जेजेपी का गठबंधन टूटा और इसी बीच हरियाणा में बीजेपी ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. वहीं आज ऐलनाबाद से इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला ने प्रेसवार्ता की.
JJP ने गठबंधन टूटने के बाद भी BJP की मदद की
उन्होंने कहा कि पिछले तीन दिन हरियाणा की राजनीति में उथल-पुथल और ड्रामा मचा हुआ है. इस बीच कई असंविधानिक काम भी हुए. उन्होंने कहा कि सदन में विश्वास मत हासिल के दौरान 91 सदस्य है. जबकि सदस्यों की संख्या 90 से अधिक नहीं हो सकती. इसी के चलते पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने पद से इस्तीफा दिया. साथ ही कहा कि जेजेपी ने गठबंधन टूटने के बाद भी भाजपा की मदद की है. व्हिप में पार्टी सदस्यों को गैर हाजरी के निर्देश दिए, जिससे कि भाजपा की मदद कि जा सके.
सर्वे रिपोर्ट में BJP को नहीं मिल रही बहुमत
उन्होंने कहा कि CM मनोहर लाल को इस्तीफा इसलिए देना पड़ा, क्योंकि सर्वे रिपोर्ट में BJP को बहुमत नहीं मिल रहा है, लेकिन लोगों ने बीजेपी-जेजेपी को सत्ता से बाहर करने का मन बना लिया है. लोग कांग्रेस को भी सत्ता से दूर रखेंगे. कांग्रेस में भी विवाद है. जनता सबकुछ जानती है. अब युवा भी राजनेताओं को पहचाने लगे हैं. आज राजनीतिक लोग अपने स्वार्थ के चलते दल बदल रहे है. युवाओं को ये पसंद नहीं है.
चुनाव आयोग को बनाना चाहिए एक सख्त कानून
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को एक सख्त कानून बनाना चाहिए. जो लोग बाद में पार्टी बदलते है, उस पर रोक लगे सके. साथ ही कहा कि आज ED, CBI का डर दिखाकर लोगों को डराया जा रहा है. अगर दलबदल पर रोक लग जाए तो ED, CBI का डर खत्म हो जाएगा.
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नायब सैनी को खुद विश्वास नहीं है कि वो बने मुख्यमंत्री
अभय सिंह ने कहा कि CM ने कोई ऐसा काम नहीं किया जो जनता की समस्या को दूर करने की बात की हो. कानून व्यवस्था, मंहगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी को लेकर सीएम नायब सैनी ने कुछ नहीं कहा. नायब सैनी को खुद ही विश्वास नहीं है कि वो मुख्यमंत्री बन गए हैं. अपने संबोधन में वो मनोहर लाल को मुख्यमंत्री बोलते रहे.
हरियाणा सरकार पर 24 घोटालों के आरोप
उन्होंने कहा कि नायब सिंह सैनी ने प्रदेश से जुड़ी कोई बात नहीं की. उन्होंने कानून, भ्रष्टाचार रोकने की लिए कोई बात नहीं की, ऐसी कोई बात नहीं की जिससे लोगों को सरकार में भरोसा हो. सीएम नायब सैनी ने पुराने मुख्यमंत्री का गुणगान ही किया. सरकार पर 24 घोटालों के आरोप हैं. मुख्यमंत्री को कहना चाहिए था कि उन घोटालों की जांच भी कराई जाएगी. उन्हें यह भी कहना चाहिए था कि वे सरकार द्वारा दिए गए आश्वासनों को पूरा करेंगे.
इनेलो के पांच लाख नए सदस्य बने
अभय चौटाला ने कहा कि नायब सैनी इमानदार व्यक्ति के तौर पर काम करें. भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था को ठीक करें. लोकसभा चुनाव आ रहा हैं. उन्होंने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा अपने आप को बहुत बड़ा नेता समझते हैं. वह इनेलो के वोट काटने के लिए उम्मीदवार खड़े करेंगे. मै उनसे पूछता हूं कि ऐलनाबाद में कांग्रेस ने क्या वोट काटने के लिए चुनाव लड़ा था. प्रदेश में सबसे बड़ा संगठन इनेलो का है. हाल ही में इनेलो के पांच लाख नए सदस्य बने हैं.
हरियाणा में अजय सिंह ने किया जीत का दावा
विधायक अभय सिंह ने कहा कि हम सभी 10 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस वाले कहते हैं कि हमारे पास एक-एक लोकसभा से 50-50 नाम आएं हैं, लेकिन चुनाव लड़ने वाला कोई नहीं. हमारे पास गुरुग्राम से 10 लोगों के आवेदन आए हैं और टक्कर भाजपा और इनेलो में होगी. वहीं फरीदाबाद से 13, भिवानी से 9 नाम आए हैं और हम ही यहां से मुकाबले में हैं. रोहतक से 10 नाम, सोनीपत और करनाल से 6 नाम, अंबाला से 7 नाम, कुरुक्षेत्र से 9 नाम और इस सीट पर हम ही जीतेंगे. हिसार से 11 नाम, वहीं सिरसा से भी जीत का दावा किया.
मनोहर लाल के लिए चुनाव आसान नहीं
उन्होंने कहा कि चुनाव की तारीख तय नहीं हुई, लेकिन मैं यह कह सकता हूं कि मनोहर लाल के लिए चुनाव आसान नहीं है. इनके मुख्यमंत्री काल में सबसे ज्यादा घोटले हुए. सबसे पहला घोटाला धान घोटाला हुआ. हमारी सरकार आने पर हम इसकी जांच कराएंगे. गठबंधन तो ठगों का बंधन था. गठबंधन टूटना पैसों के बंटवारे की चक्कर है. रोहतक सीट देने वाली बात झूठी है. इन्हें निकाला गया और ये मनोहर लाल को भी ले डूबे हैं.
वहीं हमारा वन नेशन वन इलेक्शन पर कहा कि जहां अभी चुनाव हुए हैं. वहां अब दोबारा चुनाव कैसे हो सकते हैं. चुनी हुई सरकार को इसके लिए मजबूर नहीं कर सकते. फिर लोकतंत्र कहां रह जाएगा. यहां राष्ट्रपति शासन थोड़ी है कि जो राष्ट्रपति जो कहेगा वही होगा. क्षेत्रीय दल केंद्र कि बात क्यों मानेंगे.
Input: Vijay Rana