Neeraj Chopra in Paris: 2018 के कॉमनवेल्थ वेल्थ गेम्स और टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीतने के बाद हरियाणा की बीजेपी सरकार ने क्रमश: 6 करोड़ रुपये विकास कार्य के लिए राशि और नीरज के खंडरा गांव में स्टेडियम बनाने की घोषणा हुई, लेकिन आज तक कुछ नहीं मिला.
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Panipat News: हवा को किसने देखा? शायद आप कहेंगे कि किसी ने नहीं और अगर बात हो हरियाणा सरकार की घोषणाओं की तो कमोबेश हम ऐसा ही सोचने पर मजबूर हो जाते हैं. यहां घोषणाएं तो ताबड़तोड़ होती हैं और मीडिया में सुर्खियां भी बनती हैं पर उन्हें पूरा किया भी गया या नहीं, आम आदमी इस पर मुश्किल से ही ध्यान दे पाता है. 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में और पिछले ओलंपिक में देश को गोल्ड दिलाने वाले नीरज चोपड़ा 8 अगस्त को एक बार फिर गोल्डन जीत दर्ज करने के लिए ट्रैक पर उतरने को तैयार हैं, लेकिन गोल्डन बॉय नीरज हरियाणा के सरकारी तंत्र और घोषणाओं के अब तक पूरा नहीं होने से दुखी हैं. यहां तक कि विकास के लिए राशि पाने के लिए नीरज चोपड़ा तत्कालीन सीएम मनोहर लाल से भी मिले थे. लेकिन मोटी खाल वाली अफसरशाही ने आज तक सरकार की घोषणाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए कुछ नहीं किया.
गांव खंडारा में नहीं बन पाया स्टेडियम
दरअसल पानीपत जिले के खंडरा गांव के रहने वाले नीरज चोपड़ा दुनियाभर के युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुके हैं. 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स और टोक्यो ओलंपिक 2020 में गोल्ड जीतने के बाद बीजेपी सरकार ने गोल्डन बॉय पर घोषणाओं की बारिश कर दी. तत्कालीन मनोहर लाल सरकार ने कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने पर नीरज को 6 करोड़ रुपये की विकास राशि देने की घोषणा की थी.
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इसके बाद जब नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीतकर देश का मान बढ़ाया तो बिना देर किए सरकार ने उनके गांव खंडारा में एक स्टेडियम बनाने की घोषणा कर दी, लेकिन आज भी दोनों घोषणाओं के पूरा होने का इंतजार ओलंपिक विजेता और उनके उनके गांव को है. नीरज चोपड़ा को न तो विकास के लिए राशि मिली और न ही गांव में स्टेडियम बना.
मनोहर लाल को वादा दिलाया था याद
नीरज चोपड़ा के चाचा सुरेंद्र चोपड़ा ने ज़ी मीडिया को बताया कि टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के बाद नीरज तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिले थे. इस दौरान नीरज ने मनोहर लाल से आग्रह किया था कि सरकार ने जो घोषणाएं की, उनको जल्द पूरा किया जाए. इसके बाद मनोहर लाल ने प्रशासनिक अधिकारियों को फोन कर कार्य को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया था, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि उन निर्देशों का आज तक पालन नहीं हुआ है. नीरज चोपड़ा इस बात से दुखी हैं.
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गांव में एक स्ट्रीट लाइट तक नहीं लगी
चाचा सुरेंद्र ने बताया कि सरकार से मिली निराशा के बाद नीरज चोपड़ा ने नीरज चोपड़ा फाउंडेशन और एक स्पॉन्सरशिप से मिलने वाली धनराशि को गांव के विकास कार्य के लिए खर्च करने का संकल्प लिया है. उन्होंने बताया कि सरकार की घोषणा के बाद आज तक गांव में एक भी स्ट्रीट लाइट नहीं लगाई गई है. दुनिया में गांव खंडरा का नाम रोशन करने वाले नीरज चोपड़ा भी सरकार की घोषणाएं पूरी का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है. ग्रामीणों का कहना है कि सरकार की घोषणाओं के बावजूद 2021 से लेकर अब तक गांव की काया नहीं पलट पाए है.
एक सवाल ये भी
नीरज चोपड़ा 8 अगस्त को एक बार फिर गोल्ड मेडल के लिए उतरेंगे. पूरा देश को उनसे काफी उम्मीदें हैं. अगर वह अपना गोल्डन थ्रो कर लेते हैं तो एक बार फिर सरकार घोषणाओं का पहाड़ खड़ा करेगी, लेकिन सवाल ये है कि जब पूर्व के वादों को ही सरकार पूरा नहीं कर पाई तो सिस्टम से दुखी नीरज को आगे की घोषणाओं पर भरोसा करना चाहिए या नहीं.
इनपुट: राकेश भयाना