Panipat News: नई तकनीक से खेती कर किसान कमा रहे लाखों, पसीना बहाकर आमदनी बढ़ाने की बात हुई पुरानी
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Panipat News: नई तकनीक से खेती कर किसान कमा रहे लाखों, पसीना बहाकर आमदनी बढ़ाने की बात हुई पुरानी

Panipat News: हरियाणा में किसान अब आधुनिक तरीके से खेती कर रहे हैं. वहीं वो खेतों में 3-3 फसलों का उत्पादन कर लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं.

 

Panipat News: नई तकनीक से खेती कर किसान कमा रहे लाखों, पसीना बहाकर आमदनी बढ़ाने की बात हुई पुरानी

Panipat News: युवा किसान नई तकनीक विधि से खेती कर मुनाफा कमा रहे हैं. लगातार खेतों में खून पसीना बहाकर आमदनी बढ़ाने की कोशिश करने की बातें अब पुरानी हो गई है. बदलते दौर में सरकार द्वारा किसानी को लेकर नई-नई योजनाएं चलाई गई है, जिससे किसानों को कम मेहनत भी करनी पड़ती है और मुनाफा भी दोगुना हो रहा है.

आधुनिक तकनीक अपनाकर किसान लगातार एक साथ 2-2 फसलों का उत्पादन कर रहे हैं. इस तकनीक में जहां उतने ही समय, खाद और मेहनत में अलग-अलग प्रकार की 2-3 किस्मों की फसलों का उत्पादन किया जा सकता है. वहीं मार्केट में अच्छे दामों पर बेचकर खूब कमाई की जा सकती है.

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पानीपत के दीवाना गांव के प्रगतिशील किसान जोगेंद्र भोकर इसका एक जीता जागता उदाहरण हैं, जिन्होंने सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं का भरपूर लाभ उठाते हुए अपनी कमाई को कम समय में ही दोगना कर लिया. जोगेंद्र भोकर ने एक साथ 3-3 फसलों का उत्पादन किया. प्रगतिशील किसान जोगेंद्र भोकर से खेती, किसानी और सरकारी योजनाओं के बारे में खुलकर बातचीत की तो सामने आया कि मौजूदा समय में खेती में उन्नत तकनीक का इस्तेमाल कर अच्छी कमाई की जा सकती है.

जोगेंद्र सिंह बताते हैं कि यदि सही समय और सही तकनीक से खेती की जाए तो यह घाटे का सौदा नहीं है. ऊपर से सरकार भी प्रोत्साहन राशि प्रदान करती है. किसान जोगेंद्र ने बताया कि सरकार को छोटे ट्रैक्टर की सब्सिडी में इजाफा करने के साथ अन्य ट्रैक्टर में भी सब्सिडी देनी चाहिए. उनका कृषि विज्ञान केंद्र से समय-समय पर जानकारी व जागरूकता मिलती रहती है, जो की खेती करने में बड़ी सहायक सिद्ध होती है.

कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ संयोजक डॉ. राजवीर गर्ग ने बताया कि केंद्र और प्रदेश सरकार की कृषि से संबंधित बहुत सी योजनाएं हैं. उन्होंने बताया कि जो किसान जागरूक होगा. वही सरकार की योजनाओं का लाभ उठा सकता है. अधिकारी ने बताया कि सरकार ऐसी बहुत सी योजनाएं हैं, जिसमें सरकार के लक्ष्य पूरे नहीं होते, लेकिन लाभ उठाने वाले किसान सामने नहीं आते हैं.

उन्होंने बताया कि पॉलीहाउस, नेशनल प्लांटिंग मेटीरियल, नया बाग फूलों की खेती के साथ फसल अवशेष प्रबंधन 80% पर मशीनें किसानों को दी जा रही है. किसान को सरकार उन्हें 80% सब्सिडी देकर नाम मात्र पैसे लेती है. मेरा पानी मेरी विरासत किसानों को लाभ दिया जाता है.

डॉ. राजबीर ने बताया कि सीधी बिजाई में भी सरकार किसानों को पैसा देती है. उन्होंने बताया कि इन सभी योजनाओं का किसान पर निर्भर करता है कि वह कैसे लाभ उठा सकता है. अधिकारी ने कहा कि बहुत से किसानों ने योजनाओ का लाभ उठाकर फायदा कमाया है. किसानों से अपील की कि ऑनलाइन स्कीमों का लाभ लेने के लिए अप्लाई कर सकते हैं. यदि किसी प्रकार की कमी होगी तो अधिकारी उसकी पूर्ति खुद करेंगे.

उन्होंने कहा कि किसानों को स्कीमों की जानकारी होनी बहुत जरूरी है. डॉ. राजवीर गर्ग ने बताया कि खेती की नई तकनीक की जानकारी के लिए कैंप का आयोजन किया जाता है. इसके साथ ही केंपों में लिटरेचर भी बांटा जाता है. उन्होंने बताया कि कृषि विभाग के पास सामुदायिक रेडियो स्टेशन है, जिस पर लगातार रेडियो के माध्यम से बातचीत चलती रहती है.

अधिकारी ने जानकारी देते बताया कि पानीपत में बहुत से किसानों ने सब्जी के क्षेत्र में अच्छा काम कर प्रगतिशील किसान बने हैं. उन्होंने कहा कि बहुत से किसानों ने धान की फसल छोड़कर सब्जी की खेती को अपनाया है.

Input: Rakesh Bhayana

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