DNA ANALYSIS: लूटपाट की कोशिश में पूर्व केंद्रीय मंत्री की पत्नी की हत्या, जानें ऐसे हादसों से कैसे बच सकते हैं
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DNA ANALYSIS: लूटपाट की कोशिश में पूर्व केंद्रीय मंत्री की पत्नी की हत्या, जानें ऐसे हादसों से कैसे बच सकते हैं

6 जुलाई को दिल्ली के वसंत विहार में पूर्व केंद्रीय मंत्री पी.आर. कुमार मंगलम की पत्नी की तीन लोगों ने बेरहमी से हत्या कर दी और घर में रखा ढाई लाख रुपये कैश, एक सेफ्टी लॉकर और जूलरी लूट कर ले गए.

DNA ANALYSIS: लूटपाट की कोशिश में पूर्व केंद्रीय मंत्री की पत्नी की हत्या, जानें ऐसे हादसों से कैसे बच सकते हैं

नई दिल्ली: अब हम आपको एक सावधान करने वाली खबर के बारे में बताएंगे. वाजपेयी सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे पी.आर. कुमार मंगलम की पत्नी की दिल्ली में उनके घर में काम करने वाले लोगों ने ही हत्या कर दी. ऐसा हादसा किसी के साथ भी हो सकता है. इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि आप ऐसे हादसों से बचने के लिए क्या कर सकते हैं. सबसे पहले हम आपको इस पूरी खबर के बारे में बताते हैं.

  1. 6 जुलाई को दिल्ली के वसंत विहार में पूर्व केंद्रीय मंत्री पी.आर. कुमार मंगलम की पत्नी की 3 लोगों ने बेरहमी से हत्या कर दी.
  2. हत्या करने वाला व्यक्ति कोई और नहीं, बल्कि किट्टी कुमार मंगलम के घर में काम करने वाले लोग थे.
  3. मुख्य आरोपी राजू पिछले पांच वर्षों से उनके घर आ रहा था.

पूर्व केंद्रीय मंत्री पी.आर. कुमार मंगलम की पत्नी की हत्या 

6 जुलाई को दिल्ली के वसंत विहार में पूर्व केंद्रीय मंत्री पी.आर. कुमार मंगलम की पत्नी की तीन लोगों ने बेरहमी से हत्या कर दी और घर में रखा ढाई लाख रुपये कैश, एक सेफ्टी लॉकर और जूलरी लूट कर ले गए, लेकिन बाद में पता चला कि हत्या करने वाला व्यक्ति कोई और नहीं, बल्कि किट्टी कुमार मंगलम के घर में काम करने वाले लोग थे.

इनमें मुख्य आरोपी राजू पिछले पांच वर्षों से उनके घर आ रहा था और किट्टी कुमार मंगलम के बारे में एक एक बात जानता था. उसे पता था कि कैश कहां पर रखा है, जूलरी कहां हो सकती है और सेफ्टी लॉकर किधर है.

किट्टी कुमार मंगलम के पति पी.आर. कुमार मंगलम देश के बड़े नेता थे और तमिलनाडु में उनका बड़ा जनाधार था. वो वर्ष 1984 से 1996 तक तमिलनाडु की सलेम लोक सभा सीट से सांसद रहे और पी.वी. नरसिम्हा राव की सरकार में बतौर मंत्री भी काम किया.

इसके अलावा वो वर्ष 1998 से 2000 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे. उनकी मृत्यु उनके मंत्री रहते हुए हुई और इसके 21 वर्षों के बाद तीन लोगों ने उनकी पत्नी की भी लूट के इरादे से हत्या कर दी.

सोचिए, जब एक पूर्व केंद्रीय मंत्री की पत्नी के साथ ये हो सकता है, तो आम आदमी का क्या हाल होगा?  बड़ी बात ये है कि ये तीनों आरोपी वसंत विहार में ही भंवर सिंह कैम्प की झुग्गियों में रहते थे, जहां से 5 किलोमीटर की दूरी पर रवि दास कैम्प है. यानी वो जगह, जहां निर्भया गैंगरेप के दोषी रहते थे. 

लूटपाट की दूसरी ऐसी घटना

 

इस खतरे को आप एक और वीडियो से भी समझ सकते हैं. ये वीडियो भी दिल्ली से आया है, जहां एक व्यापारी के घर में चार लोग खुद को बिजली कर्मचारी बताते हुए घुस आए और फिर उस व्यापारी के हाथ पैर बांध दिए और उसे जमीन पर लेटा दिया. ये आरोपी घर में रखे 8 लाख रुपये और 6 लाख की जूलरी लूट कर ले गए. इस वीडियो को देख कर आपको पता चलेगा कि हमारा देश सीमा पर आतंकवादियों से तो लड़ सकता है, लेकिन शहरों में छिप कर आतंक फैलाने वाले ये लोग पूरे समाज को बेबस कर देते हैं.

ऐसे हादसों से बचने के लिए क्या करें, क्या नहीं

 

अब हम आपको ये बताते हैं कि किन बातों का ध्यान रख कर आप इस तरह के हादसों से बच सकते हैं. क्या करें और क्या नहीं, ये हम आपको बताते हैं— 

पहला पॉइंट चोरी और लूट की वारदात करने वाले ज़्यादातर आरोपी वही लोग होते हैं, जो पहले आपके घर में आ चुके होते हैं. इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि आप अपने घर में किस व्यक्ति को आने दे रहे हैं क्योंकि, वो व्यक्ति बाद में आपको नुकसान भी पहुंचा सकता है.

दूसरा पॉइंट सूरज ढलने के बाद अपने घर का दरवाजा हर किसी के लिए नहीं खोलें. आपके घर का गेट, असल में एक ऐसी दीवार की तरह होता है, जो तब आपके और अपराधियों के बीच रहती है, जब तक आप खुद उसे नहीं हटाते. इसलिए ये ध्यान रखें कि आप किस व्यक्ति के लिए अपने घर का गेट खोल रहे हैं और हो सके तो अंजान लोगों के लिए गेट न खोलें. आप अंदर से ही पूछ सकते हैं कि उस व्यक्ति को क्या काम है. ऐसी स्थिति में आप अपने पड़ोसी की भी मदद ले सकते हैं, और उनके आने पर गेट खोल सकते हैं

तीसरा पॉइंट चोरी और लूट की घटनाओं से पहले ज्यादातर अपराधी इस बात ध्यान रखते हैं कि घर के अंदर जाने का और बाहर जाने का रास्ता क्या है. इसलिए आप अपने घर के प्रवेश द्वार यानी एंट्रेंस को मुश्किल बना दें, जिससे गेट पर खड़े किसी व्यक्ति को ये न पते चले कि आप घर में अंदर कितने कमरे हैं और कौन सी चीज कहां पर होती है.

चौथा पॉइंट आप अपने घर में सेफ्टी मेजर्स बढ़ा सकते हैं. जैसे आप घर में अलार्म सिस्टम और मोशन ​सेंसिंग लाइट्स लगा सकते हैं. मोशन सेंसिंग लाइट्स में ये होता है कि ये लाइटें चोर का साथ साथ पीछा करती हैं, कि वो किस कमरे में जा रहे हैं और कहां से निकल रहे हैं.

पांचवां पॉइंट आपको इस बात का ध्यान रखना है कि आपके आस पड़ोस में अंधेरा न हो. अगर आपके घर के पास लाइटें बंद पड़ी हैं तो इस बात की संभावना ज्यादा है कि वो जगह अपराधियों के निशाने पर होगी. इसलिए ये सुनिश्चित करें कि आप घर के आसपास अंधेरा न हो.

छठा पॉइंट अगर आप कहीं बाहर जा रहे हैं या लंबे वैकेशन पर जा रहे हैं तो ये बात हर किसी से शेयर न करें क्योंकि, आपका ऐसा करना, अपराधियों को चोरी और लूट का निमंत्रण देने जैसा होगा.

और आखिरी पॉइंट ये कि अगर आप घर में अकेले रहते हैं तो ये बात भी सभी लोगों के साथ शेयर न करें क्योंकि, चोर और लुटेरे अक्सर ऐसे लोगों को ही अपना निशाना बनाते हैं, जो अकेले रहते हैं. जैसा कि वसंत विहार में हुआ. हत्या और लूट करने वाले धोबी को पता था कि किट्टी कुमार मंगलम कई वर्षों से अकेली रह रही हैं और उन्हें लूटा जा सकता है.

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