प्रधानमंत्री मोदी ने आज इतिहास का एक ऐसा पन्ना भी पलट जिससे देश में लेफ्ट पार्टियों की राजनीति का असली चरित्र सामने आता है.
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नई दिल्ली: अब हम संसद में प्रधानमंत्री के शक्तिशाली भाषण के बारे में बात करेंगे. कल 8 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को एक नया शब्द दिया. ये शब्द है- आंदोलनजीवी. इस शब्द के पीछे प्रधानमंत्री की सोच क्या है इसके बारे में हम आपको बताएंगे. ये शब्द विपक्षी नेताओं के सीने में खंजर की तरह क्यों चुभ रहा है, ये भी आपको समझाएंगे.
आपको याद होगा DNA में हमने आपको राजनीति के राजाबाबू की कहानी सुनाई थी. हमने आपको बताया था कि किस तरह कुछ चेहरे देश के हर आंदोलन में दिखाई पड़ते हैं. प्रधानमंत्री ने ऐसी प्रजाति के लिए नया शब्द दिया है और वो शब्द है, आंदोलनजीवी. प्रधानमंत्री ने बताया कि आंदोलनजीवी भी परजीवी की तरह होते हैं.
विज्ञान में परजीवी उन जीव-जन्तु या पौधों को कहा जाता है, जो कि दूसरे जीवों को आहार बनाकर जीवित रहते हैं. यानी जो जीव अपने जीवन के लिए पूरी तरह से दूसरे जीवों पर निर्भर होते हैं, ऐसे जीव परजीवी कहलाते हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने आज इतिहास का एक ऐसा पन्ना भी पलट जिससे देश में लेफ्ट पार्टियों की राजनीति का असली चरित्र सामने आता है.
अब मैं आपको इतिहास की किताब से इस बारे में कुछ और जानकारी दूंगा, जिससे आप समझेंगे कि इस समय देश में कृषि कानून के विरोध के लिए जो तर्क दिए जा रहे हैं वो कितने गलत हैं और आपको पता चलेगा कि इतिहास कैसे खुद को दुहराता है.
आज कृषि कानून की वजह से किसानों के बर्बाद होने का जो दावा किया जा रहा है वो ऐतिहासिक रूप से पूरी तरह गलत है. प्रधानमंत्री ने आंदोलनजीवी के अलावा एक और नया शब्द देश को दिया. वो है- Foreign Destructive Ideology यानी FDI.
प्रधानमंत्री ने आज राज्यसभा में जो भाषण दिया, उसमें कहीं भी खालिस्तान शब्द का जिक्र नहीं है. लेकिन उन्होंने विदेश से किसान आंदोलन को नियंत्रित कर रहे खालिस्तानी गैंग से देश के लोगों को सावधान किया है.
ZEE NEWS ने आपको सबसे पहले ये बताया था कि किस तरह किसान आंदोलन में खालिस्तानी गैंग की एंट्री हुई है. किस तरह आंदोलन में भिंडरावाला के पोस्टर लहराए गए और किस तरह विदेश में भी खालिस्तान के समर्थकों ने भारत के खिलाफ साजिश की. प्रधानमंत्री ने फिर से इसी साजिश की जानकारी दी और कहा कि सिखों को गुमराह करने की कोशिशें हो रही है.
प्रधानमंत्री ने आज राज्यसभा में देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ऐसी बात बताई जिससे कांग्रेस किसानों के सामने बहुत मुश्किल में पड़ गई है. मोदी है तो मौज लो... कहकर प्रधानमंत्री ने पूरे विपक्ष पर एक करारा व्यंग किया है. उन्हें घर का भेदी न बनने की सलाह भी दी.
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के अंत में एक वेद मंत्र सुनाया. जिसका अर्थ देश की एकता का संदेश देता है.